श्रीनगर: कश्मीर में हो रही बर्फबारी से पर्यटक काफी खुश हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी बर्फ से ढके इलाकों की मनमोहक तस्वीरें शेयर की है। उमर अब्दुल्ला ने बर्फबारी के बीच खड़े होकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरें शेयर की है। इसके साथ उन्होंने लिखा, ''विधायक गुलमर्ग फारूक शाह से मुलाकात की और आगामी सीजन की तैयारियों पर चर्चा की। हाल ही में हुई बर्फबारी और अगले कुछ दिनों में और बर्फबारी की उम्मीद के साथ आखिरकार शीतकालीन पर्यटक/स्की सीजन शुरू हो गया है।''
शीतकालीन पर्यटक/स्की सीजन शुरू हो गया: उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला ने बर्फबारी के बीच खड़े होकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरें शेयर की है। इसके साथ उन्होंने लिखा, ''विधायक गुलमर्ग फारूक शाह से मुलाकात की और आगामी सीजन की तैयारियों पर चर्चा की. हाल ही में हुई बर्फबारी और अगले कुछ दिनों में और बर्फबारी की उम्मीद के साथ आखिरकार शीतकालीन पर्यटक/स्की सीजन शुरू हो गया है।''
श्रीनगर में डल झील की सतह जमी हुई दिखी
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में तापमान में गिरावट के कारण शीतलहर जारी है, डल झील की सतह जमी हुई दिखी, आईएमडी के अनुसार तापमान गिरकर -0.2 डिग्री पर पहुंच गया है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं।
गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे
मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी कश्मीर में ‘स्कीइंग’ गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो पिछली रात की तुलना में दो डिग्री कम है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविर पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 9.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यह शून्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस नीचे था। श्रीनगर में रात के समय तापमान शून्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है।
मौसम विभाग ने बताया कि कश्मीर के प्रवेशद्वार काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि कोनीबल में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
विभाग ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दक्षिणी कश्मीर के कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। घाटी में कुपवाड़ा एकमात्र ऐसा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर रहा।
वर्तमान में कश्मीर घाटी ‘चिल्ला-ए-कलां’ (सर्वाधिक ठंड की अवधि) की चपेट में है। इसे सर्दियों का सबसे कठिन समय माना जाता है, जो 21 दिसंबर से शुरू हुआ था। ‘चिल्ला-ए-कलां’ की 40 दिनों की अवधि के दौरान सबसे अधिक बर्फबारी होती है।
‘चिल्ला-ए-कलां’ अगले साल 30 जनवरी को खत्म हो जाएगा, लेकिन शीतलहर जारी रहेग।. 40 दिनों के बाद 20 दिवसीय ‘चिल्ला-ए-खुर्द’ और 10 दिन का ‘चिल्ला-ए-बच्चा’ भी होगा जब घाटी में ठंड में धीरे-धीरे कमी आएगी।