श्रीनगर: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को भाजपा के साथ जम्मू-कश्मीर में फिर से सरकार बनाने का बड़ा संकेत दिया। उन्होंने कहा, उनके दिवंगत पिता मुफ्ती सईद का भाजपा के साथ गठबंधन करने का निर्णय उनके बच्चों के लिए एक वसीयत की तरह है। इसे अमल में लाना है, भले ही ऐसा करते हुए वे मिट जाएं। महबूबा मुफ्ती ने कहा, मेरे लिए मेरे पिता का निर्णय पत्थर की लकीर है। किन्तु जो गठबंधन का एजेंडा उनके पिता ने तय किया था वह भी बहुत महत्वपूर्ण है। बिल्कुल मुफ्ती साहब के शब्दों की तरह। उन्होंने दावा किया कि उनके पिता का निर्णय सदैव राज्य के लोगों के हित में हुआ करता था। बहरहाल, महबूबा ने यह भी कहा कि निर्णय का एक अन्य पहलू दोनों दलों के बीच गठबंधन के एजेंडा के क्रियान्वन के जरिये राज्य के लोगों को लाभ पहुंचाना है। उन्होंने कहा, सईद का भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए गठबंधन करना राज्य की एकता को कायम रखने तथा शांति एवं विकास के लिए था। महबूबा ने कहा, वह तभी सरकार बनाएंगी जब वे महसूस करेंगी कि उनके पिता का स्वप्न पूर्ण होगा।
मुझे कुर्सी की जरूरत नहीं है, क्योंकि मेरी ऐसी कोई महत्वकांक्षा नहीं है। यदि मेरी ऐसी कोई महत्वकांक्षा होती, तो मैंने अपने पिता के जीवनकाल में ही कुर्सी ले ली होती। गौरतलब है कि मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद राज्य में आठ जनवरी से राज्यपाल शासन लागू है। कांग्रेस ने पीडीपी पर साधा निशाना जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने राज्य की मौजूदा राजनीतिक अनिश्चितता के लिए भाजपा एवं पीडीपी को जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी ने कहा है कि दोनों दलों ने राज्य के लोगों के साथ छलावा किया है। प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने कहा कि भाजपा एवं पीडीपी वर्तमान राजनीतिक संकट और अस्तव्यतता के लिए जिम्मेदार हैं।