जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर के सीतारामडेरा के एक सर्विस सेंटर के मालिक की पर्सनल सिक्रेटरी ने अदालत में दिए बयान में भी अपने मालिक पर कोल्ड ड्रिंक में नशीली दवा मिलाकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। उसने अपने बयान में कहा कि उसका बॉस हर हफ्ते उसका यौन शोषण करता था। हर तीन महीने में उसे गर्भपात की दवा देता था। पीड़िता ने कहा कि उसके रिश्ते के बारे में उसके सर्विस सेंटर के कर्मचारी महावीर को मालूम था। वह कहता था कि बॉस का कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। बॉस उसे चिकित्सक के पास ले गया था। वहां उसके पति का नाम मुन्नू ठाकुर बताया गया था।
बाद में जब चिकित्सक ने उससे पूछा कि सच बताओ कि गर्भवती करने वाला कौन है तो उसने संजय ठाकुर का नाम बताया था। उसके बाद डाक्टर ने संजय ठाकुर को बुलाकर कहा कि वह उसके करीबी हैं, इसीलिए बता रहे हें कि जो दवा गर्भपात के लिए दी गई थी, उसका इस बार असर नहीं हुआ है। दवा उसके शरीर में फैल गई है।
पीड़िता ने अदालत को बताया कि वह एक सर्विस सेंटर में काम करती थी। अप्रैल के एक रविवार को जब सबका अवकाश रहता है तो उस दिन मालिक ने उसे अपने चैंबर में काम के लिए बुलाया। काम के दौरान ही उसे कोल्ड ड्रिंक दिया, जिसे पीने के बाद वह बेहोश हो गई। होश आने पर उसके कमर के नीचे दर्द था। उस दिन उसे यह पता नहीं चला कि उसके साथ क्या हुआ है। दूसरे दिन उसे बॉस ने अपना लैपटॉप दिखाया, जिसमें उसकी अश्लील वीडियो थी।
पीड़िता के अनुसार, उसके बाद से बॉस ने उसे यह कहकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया कि यह बात उसके घर वालों को पता चलेगी तो वे आत्महत्या कर लेंगे। वह वीडियो और फोटो वायरल कर देता तो कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगी। सुबह उठने पर उसके दरवाजे पर यह तस्वीर चिपकी मिलेगी। यदि ऐसा नहीं चाहती तो जो वह कहे, वह करना होगा। उसके बाद वह लगातार शारीरिक संबंध बनाता रहा। एक बार वह गर्भवति हो गयी तो उसे दवा देकर उसका गर्भपात कराया।
गर्भपात के बाद बॉस ने उसे काम से निकालने का फैसला किया। उसने अपनी पत्नी से बताया कि वह (पीड़िता) खराब लड़की है। वह गलत काम करती है। पीड़िता ने उसकी पत्नी को बताया कि उसके साथ बॉस ने क्या किया, लेकिन पत्नी ने उसे ही वहां से भगा दिया। इसके बाद वह पुलिस के पास पहुंची और लिखित शिकायत की है। उसके बाद पुलिस ने उसका मेडिकल कराया और कोर्ट में बयान दर्ज कराया है।