चैन्नईः कोयंबटूर में रविवार को हुए विस्फोट मामले में पुलिस ने यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह कार में लगे सिलेंडर में विस्फोट होने से उसमें सवार जेमिशा मुबीन की मौत हो गयी थी। पुलिस ने घटना के बाद पोटेशियम नाइट्रेट जैसा पदार्थ जब्त किया था जिसका इस्तेमाल देसी बम बनाने में किया जाता है। जारी एक बयान के अनुसार घटना के सिलसिले में उक्कदम थाने में मामला दर्ज किया गया है। इसमें जानकारी दी गयी कि मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान मुहम्मद तलका, मुहम्मद अजहरुद्दीन, मुहम्मद रियाज, फिरोज इस्माइल और मुहम्मद नवाज इस्माइल के रूप में की गयी है। पुलिस के अनुसार सभी आरोपियों की उम्र 20 से 30 साल के बीच है।
गौरतलब है कि पुलिस इस सिलसिले में सात लोगों से पूछताछ कर रही है। विस्फोट के स्थान पर मोबाइल फोन का सिग्नल पाए जाने के आधार पर निकटवर्ती नीलगिरी जिले के कुन्नूर से एक ऑटो-रिक्शा चालक को पूछताछ के लिए यहां लाया गया है।
पुलिस ने बताया कि कुन्नूर के ओट्टुपट्टराई का रहने वाला यह व्यक्ति पिछले चार महीने से वहां रह रहा था। डीजीपी ने पहले कहा था कि रविवार को कार में गैस सिलेंडर फटने से मुबीन की जलकर मौत हो गई थी। उन्होंने बताया था कि वाहन में कील, पत्थर और कुछ अन्य सामान भी मिले थे।
इस बीच, अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव और तमिलनाडु में विपक्ष के नेता के पलानीस्वामी ने मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना दुर्घटना थी या साजिश। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर निशाना साधते हुए पलानीस्वामी ने सवाल किया कि विस्फोट के बारे में उनका क्या कहना है। स्टालिन के पास गृह विभाग भी है।
उन्होंने एक बयान में आरोप लगाया, 'जब भी द्रमुक तमिलनाडु में सत्ता संभालती है, बम विस्फोटों की घटनाएं नियमित हो जाती हैं।'' उन्होंने दावा किया कि यह घटना पुलिस और खुफिया विभाग के सही तरीके से कामकाज नहीं करने को उजागर करती है। उन्होंने मांग की कि पुलिस को बिना किसी राजनीतिक दबाव के मामले की जांच करनी चाहिए ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह दुर्घटना थी या साजिश और क्या इसमें कोई असामाजिक तत्व शामिल था।