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हैदराबाद: हैदराबाद विश्वविद्यालय के वीसी छुट्टी पर चले गए हैं। ऐसे में प्रभारी कुलपति बनाया गया है विपिन श्रीवास्तव को। विपिन उस कमेटी के चेयरमैन रह चुके हैं जिस कमेटी ने 5 दलित छात्रों को सजा की अनुशंसा की थी। उन पर पूर्व में भी एक दलित छात्र के उत्पीड़न का आरोप लग चुका है। हालांकि हैदराबाद विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति विपिन श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्ववर्ती मामला सुलझ गया था। श्रीवास्तव ने साथ ही दलित शोधार्थी रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद की स्थिति को संवाद की कमी करार दिया। श्रीवास्तव पर अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति फैकल्टी ने 2008 में दलित छात्र की मौत के मामले में गहरी भूमिका का आरोप लगाया है। दलित शोध छात्र की मौत को लेकर हंगामे को लेकर वर्तमान कुलपति अप्पा राव पोदिले के छुटटी पर चले जाने के बाद वरिष्ठ प्रोफेसर श्रीवास्तव को कार्यवाहक कुलपति बनाया गया।

हैदराबाद: हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) परिसर में 17 जनवरी को कथित तौर पर आत्महत्या करने वाले दलित शोध छात्र रोहित वेमुला की मां को रविवार रात उनकी स्वास्थ्य की स्थिति के मद्देनजर एक अस्तपाल में भर्ती कराया गया। राधिका (रोहित की मां) को रविवार रात प्रदर्शन शिविर से तब एक निजी अस्पताल ले जाया गया जब उन्होंने 'सीने में दर्द..हृदय में दर्द' की शिकायत की। रोहित के भाई राजा ने पीटीआई को बताया कि वह आईसीयू में हैं।

हैदराबाद: दलित शोध छात्र रोहित वेमूला की खुदकुशी को लेकर विरोध का सामना कर रहे हैदराबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अप्पा राव पोदिले रविवार को यह कहते हुए छुट्टी पर चले गए कि मौजूदा 'गतिरोध' पर विराम लगाने के लिए उनको परिसर से थोड़ा दूर रहने की सलाह दी गई है। यूनिवर्सिटी ने एक बयान में कहा, वीसी छुट्टी पर होंगे। वीसी की गैरहाजिरी में वरिष्ठ प्रोफेसर विपिन श्रीवास्तव आज (रविवार) से वीसी के कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। बहरहाल, इस बयान में वीसी के छुट्टी पर जाने की अवधि का उल्लेख नहीं किया गया है। यह घटनाक्रम उस वक्त हुआ जब एक दिन पहले ही आंदोलनकारी छात्रों ने अपनी मांगों पर जोर देने के लिए 'चलो एचसीयू' मार्च का आह्वान किया है।

हैदराबाद: हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन और केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे सात छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर से जबरन हटा दिया गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों की बिगड़ती हालत को देखते हुए पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। हलांकि छात्रों ने इसका विरोध किया, लेकिन पुलिस हड़ताली छात्रों को वहां से हटाने में कामयाब रही। पुलिस ने यह कार्रवाई शनिवार को की। हड़ताल पर बैठे छात्र इस मामले में केंद्रीय मंत्री बडारू दत्तात्रेय, विश्वविद्यालय के कुलपति अप्पा राव तथा अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि रोहित की खुदकुशी के लिए ये लोग जिम्मेदार हैं, जिसने पहले निलंबन और फिर निष्कासन से हताश होकर यह कदम उठाया।

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