नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली के मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता कैलाश गहलोत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कैलाश गहलोत ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा भेजा है। इसके साथ ही एक पत्र भी उन्होंने केजरीवाल को लिखा है।
"शीशमहल मामले में केजरीवाल की भूमिका पर लगाया सवालिया निशान"
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, दिल्ली के मंत्री और आप नेता कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है, "शीशमहल जैसे कई शर्मनाक और अजीबोगरीब विवाद हैं, जो अब सभी को संदेह में डाल रहे हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने में विश्वास करते हैं...अब यह स्पष्ट है कि अगर दिल्ली सरकार अपना अधिकांश समय केंद्र से लड़ने में बिताती है, तो दिल्ली के लिए वास्तविक प्रगति नहीं हो सकती। मेरे पास आप से अलग होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है और इसलिए मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।"
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले गहलौत का इस्तीफा सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी खासकर पार्टी के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ा झटका है। बता दें कि अगले साल मार्च तक दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 में सत्ता पर काबिज होने के बाद राज्यों के चुनाव में सबसे बड़ा झटका दिल्ली में ही लगा था। उनके तमाम चुनाव प्रचार के बावजूद भाजपा 32 सीट से मात्र तीन सीट पर सिमट गयी थी।
पीएम मोदी ने दिल्ली को 'मिनी इंडिया' बताते हुए एलान किया था कि दिल्ली का मूड़ पूरे देश के मूड का संकेत देता है। इस शर्मनाक हार के बाद 2020 के विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी का चुनाव प्रचार प्रधानमंत्री तक सीमित रह गया था। इस पृष्ठभूमि में आगामी चुनाव पीएम मोदी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है।
आम आदमी पार्टी को अगर ऐसे झटके आगे भी बरकरार रहे, तो इस चुनाव में पार्टी के लिए सत्ता में वापसी बड़ी चुनौती होगी। हालांकि जेल से बाहर आने के बाद सीएम पद से इस्तीफा देकर केजरीवाल ने अपना पूरा ध्यान विधानसभा चुनाव के प्रचार पर केंद्रीत कर लिया है।