चंडीगढ़: हाल में राज्यसभा की सदस्यता छोड़ने वाले पूर्व भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी में शामिल होने के उसके प्रलोभन को खारिज करते हुए अपने खुद के राजनीतिक दल आवाज ए पंजाब का गठन करने का फैसला किया है। वह अकाली दल के निष्कासित नेताओं के साथ मिलकर नये दल का गठन करेंगे। हाल में अकाली दल से निलंबित किए गए परगट सिंह ने कहा, हमने पंजाब को बर्बाद करने वाली सभी ताकतों से लड़ने के लिए नये मोर्चे के गठन का फैसला किया है। अगले तीन-चार दिन में किसी जगह पर नये मोर्चे से जुड़ी औपचारिक घोषणा की जाएगी, और इस बारे में जल्द ही फैसला किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि आप के साथ बातचीत नाकाम होने के बाद सिद्धू ने समान विचारधारा वाले लोगों के साथ मिलकर दल के गठन का फैसला किया और जालंधर के निलंबित अकाली विधायक परगट सिंह तथा लुधियाना के बैंस बंधुओं - समरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस के साथ एक बैठक की। बैंस बंधु निर्दलीय विधायक हैं। सत्तारूढ़ अकाली-भाजपा गठबंधन और कांग्र्रेस को कड़ी टक्कर देकर पंजाब में चुनाव को त्रिकोणीय मुकाबला बनाने वाली आप इस घटनाक्रम से स्तब्ध है क्योंकि भाजपा छोड़ने के बाद सिद्धू के पार्टी में शामिल होने के लिए बातचीत चल रही थी। लुधियाना दक्षिण के निर्दलीय विधायक बलविंदर बैंस ने भी पीटीआई-भाषा से कहा, हमने संयुक्त रूप से आवाज ए पंजाब नाम के एक नये मंच का गठन किया है।
यह पूछे जाने पर कि दल के गठन का फैसला कब किया गया, बैंस ने कहा कि वह, उनके भाई और परगट सिंह बुधवार को दिल्ली में सिद्धू के घर पर मिले थे। उन्होंने कहा, हमारा साथ आने के पीछे मुख्य इरादा पंजाब को मादक पदार्थ की समस्या, राज्य में सक्रिय माफिया तंत्र से बचाना है। राज्य संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को हटाए जाने के बाद से आप पहले ही पंजाब में आतंरिक कलह से जूक्ष रही है। यह पूछे जाने पर कि इससे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की उम्मीदों को क्षटका लगा है, पंजाब के आप नेता हिम्मत सिंह शेरगिल ने कहा, आम आदमी पार्टी किसी व्यक्ति पर नहीं बल्कि विचारधारा पर आधारित है। लोग हमारे साथ हैं।