जालंधर: जालंधर के व्यस्ततम ज्योति चौक इलाके में दिन दहाड़े गोली मारे जाने के बाद गंभीर रूप से घायल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) जगदीश गगनेजा की हालत स्थिर लेकिन नाजुक है और उनकी देखरेख के लिए अब केंद्र से चिकित्सकों का एक दल बुलाया गया है. गोली लगने के बाद से ही संघ नेता की देखरेख कर रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा स्थानीय विधायक मनोरंजन कालिया ने बताया, ‘पेट में गोली लगने के बाद गंभीर रूप से घायल, संघ के सह सरसंघचालक बिग्रेडियर (सेवानिवृत्त) जगदीश गगनेजा का एक निजी अस्पताल में रात दो बजे के बाद तक आपरेशन चलता रहा. इस दौरान दो गोलियां निकाल दी गयी हैं लेकिन एक गोली अभी भी उनके पेट में ही है जो जिगर के आसपास फंसी हुई है.’ कालिया ने बताया, ‘मैने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा से बातचीत कर केंद्र से ‘क्रिटिकल केयर टीम’ भेजने को कहा है ताकि गगनेजा का इलाज और बेहतर तरीके से किया जा सके. इस पर नड्डा ने चंडीगढ़ स्थित पीजीआई के निदेशक डॉक्टर योगेश चावला को इस बारे में आवश्यक निर्देश दिये हैं और उम्मीद है कि यह टीम आज दोपहर तक जालंधर पहुंच जाएगी.’ उन्होंने बताया, ‘इससे पहले कल देर रात मुख्यमंत्री के निर्देश पर लुधियाना स्थित डीएमसी से डॉ जसपाल की अगुवाई में एक टीम जालंधर आयी और उन्हीं की देखरेख में निजी अस्पताल में संघ नेता का ऑपरेशन किया गया. उनकी हालत स्थिर लेकिन नाजुक बनी हुई है.’ इससे पहले शहर के पुलिस आयुक्त अर्पित शुक्ला ने बताया, ‘हमने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे हैं.
इसमें नजर आ रही मोटरसाइकिल का नंबर भी हमने हासिल कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है और हम जल्दी ही हमलावरों तक पहुंच जायेंगे.’ उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी दिये बिना बताया कि मोटरसाइकिल पर दो युवक सवार थे और दोनों ने रुमाल से अपना चेहरा ढक रखा था. उन दोनों ने सिर पर काले और पीले रंग का ‘पटका’ बांध रखा था. दोनों की उम्र 20 साल के आसपास लगती है.’ यह पूछने पर कि क्या यह कोई आतंकी वारदात है तो पुलिस आयुक्त ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. x इससे पहले अस्पताल में मौजूद संघ नेता के परिजनों ने बताया कि रविवार को गगनेजा की बेटी उनके घर आने वाली थी. इसलिए वह पत्नी के साथ फल खरीदने ज्योति चौक गए थे. कार मखदूमपुरा मोहल्ले के आसपास पार्क की थी. फल खरीदकर वापस आ रहे थे. पत्नी सुदेश सड़क किनारे खड़ी हो गयीं. वह कार लाने चले गए और इसी बीच उन पर हमला हो गया. मखूदमपुरा में रहने वाले प्रमोद कनौजिया और पड़ोसी रवि की मदद से राहगीर गगनेजा को पास के एक अस्पताल में ले गए. इसके बाद सबसे पहले मनोरंजन कालिया को इसकी सूचना मिली जिन्होंने पुलिस आयुक्त को सूचित किया.