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नई दिल्‍ली: संसद भवन परिसर की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्‍ट करने के बाद विवादों में घिरे आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने अब राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कथित समझौते के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जांच की मांग की है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पंजाब के संगरुर से आप सांसद भगवंत मान ने लोकसभा अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्‍होंने पठानकोट एयरफोर्स बेस पर उच्‍च स्‍तरीय पाकिस्‍तानी प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जांच मांग की है। पाकिस्‍तान समर्थित आतंकियों की ओर से एयरफोर्स बेस पर हमले के कुछ दिनों के बाद इस प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया था। मान ने इस पत्र में दावा किया है कि पठानकोट में एयरफोर्स बेस पर दौरे के लिए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को मोदी की ओर से आमंत्रित किए जाने के बाद राष्‍ट्रीय सुरक्षा खतरे में पड़ गई। साल 2001 में आईएसआई ने संसद पर हमला किया। फिर 2016 में उसी आईएसआई ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया। प्रधानमंत्री जी ने उसी आईएसआई को पठानकोट एयरबेस में आमंत्रित कर घुमाया। क्या इससे पूरे देश की सुरक्षा को खतरा नहीं हुआ? मेरा वीडियो बनाना देश की सुरक्षा के लिए खतरा है या प्रधानमंत्री जी का आईएसआई को बुलाकर एयरबेस में घुमाना देश की रक्षा के लिए खतरा है? मान ने लोकसभा स्पीकर को लिखी इस चिट्ठी लिखकर पीएम नरेंद्र मोदी को भी समन भेजने के लिए कहा है। उनका कहना है कि मैं दोषी हूं तो पीएम भी दोषी हैं। आपने मेरे वीडियो बनाने पर एक समिति बनाई है।

समिति जांच करेगी कि इस वीडियो से संसद की सुरक्षा को खतरा तो नहीं पैदा हुआ? आपको इस कमेटी के कार्य का दायरा बढ़ाना चाहिए और प्रधानमंत्री जी के इस कृत्‍य को भी इस कमेटी के कार्य के दायरे में लाया जाए। यदि मैं दोषी तो प्रधानमंत्री जी मुझसे 100 गुना ज्यादा दोषी हैं। मुझे उम्मीद है कि आप पक्षपात नहीं करेंगी। मान ने पत्र में राष्‍ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए पीएम मोदी की भी जांच की मांग की। गौरतलब है कि संसद परिसर की वीडियो के बाद मान पर संसद की सुरक्षा के कथित उल्लंघन का आरोप लगा और इसकी जांच के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने नौ सदस्यीय समिति गठित कर दी। वहीं, जांच पूरी होने तक मान को संसद की कार्यवाही में शामिल न होने की सलाह दी गई है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा था कि संसद भवन परिसर की मान की वीडियोग्राफी ने उसकी सुरक्षा को ‘खतरे’ में डाला है। महाजन ने इसकी जांच के लिए गठित नौ सदस्यीय पैनल का फैसला आने तक मान से सत्र में शामिल नहीं होने को कहा है। पैनल से तीन अगस्त तक रिपोर्ट देने को कहा गया है। गौर हो कि लगभग 12 मिनट के वीडियो में भगवंत मान संसद में प्रवेश के रास्ते को शूट करने के साथ-साथ सुरक्षा तैयारियों पर कमेंट्री भी करते नजर आते हैं। इसके बाद वे संसद के अंदरुनी हिस्से में प्रश्नकाल के लिए सवालों के चयन की प्रक्रिया को दिखाते हैं और उसके बारे में विस्तार से बताते हैं। इस मसले पर सभी पार्टियों के नेताओं ने भगवंत मान के वीडियो को सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाते हुए मान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग थी।

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