नई दिल्ली: गन कल्चर के खिलाफ पंजाब की मान सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। पंजाब सरकार ने राज्य में दिए गए 813 गन के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। अब तक पंजाब सरकार 2000 से अधिक आर्म्स लाइसेंस रद्द कर चुकी है। पंजाब सरकार ने कहा है कि बंदूक रखने के लिए नियमों का पालन करना होगा। अब पंजाब में सार्वजनिक समारोहों, धार्मिक स्थलों, विवाह समारोहों या दूसरे किसी भी कार्यक्रमों में हथियारों को ले जाने और प्रदर्शित करने पर रोक है।
सरकार का कहना है कि आगामी दिनों में अलग-अलग इलाकों में रैंडम चेकिंग की जाएगी। हिंसा और हथियारों का महिमामंडन करने वालों पर पूरी तरह से प्रतिबंध होगा। पंजाब में कुल 3 लाख 73 हजार 53 आर्म्स लाइसेंस दिए गए हैं। आज लुधियाना ग्रामीण के 87, शहीद भगत सिंह नगर के 48, गुरदासपुर के 10, फरीदकोट के 84, पठानकोट के 199, होशियापुर के 47, कपूरथला के 6, एस.ए.एस कस्बा के 235, संगरूर के 16, अमतृसर आयुक्तालय के 27, जालंधर आयुक्त कार्यालय के 11 और कई अन्य जिलों के लोगों के आर्म्स लाइसेंस कैंसिल किए गए है।
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को बीजेपी पर पंजाब का हितैषी नहीं होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय बजट में राज्य का कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी भी याद है कि कैसे बीजेपी की केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस परेड से पंजाब की झांकी हटाकर यहां के बहादुर योद्धाओं के बलिदान का अपमान किया था।