कोलकाता: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ भेंट कर संभावित गठबंधन के बारे में बात की। इस गठजोड़ के होने पर बिहार में कांग्रेस की सहयोगी आरजेडी, बंगाल में उसकी विरोधी बन जाएगी। तेजस्वी ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से उनके कोलकाता स्थित ऑफिस 'नबाना' में बातचीत की, इस दौरान दोनों नेताओं के बीच सीट शेयरिंग पर चर्चा हुई। बैठक के बाद बिहार के विपक्ष के नेता तेजस्वी ने कहा, 'वामदलों और कांग्रेस के साथ हमारा अलायंस केवल बिहार में है। यहां ममता दीदी के हाथ मजबूत करना और भाजपा से मुकाबला करना हमारा कर्तव्य है।'
31 साल के तेजस्वी ने कहा कि बंगाल में बड़ी संख्या में हिंदी बोलने वाले वोटर है और मेरे पिता लालू यादव ने तय किया है कि उनकी पार्टी पूरी तरह से ममता बनर्जी का समर्थन करेगी। ममता की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने हमेशा ममता दीदी का सम्मान किया है, हमारे अच्छे संबंध हैं। हम उन सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ ममता जी के साथ खड़े हैं, जो ताकतें देश को तोड़ना चाहती हैं।
भाजपा यहां सत्ता में आना चाहती है लेकिन ऐसा नहीं होने वाला।'
आरजेडी नेता ने बिहार मूल के लोगों से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग करने की अपील की। राज्य सचिवालय में बनर्जी के साथ भेंट करके बाहर निकलने के बाद तेजस्वी ने कहा कि उनकी पार्टी की पहली प्राथमिकता पश्चिम बंगाल में भाजपा को आगे बढ़ने से रोकना है। वैसे उन्होंने पत्रकारों के इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि तृणमूल कांग्रेस के साथ गठजोड़ करके आरजेडी चुनाव लड़ेगा या नहीं। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि आगामी चुनाव ‘आदर्शों एवं मूल्यों' को बचाने की लड़ाई होगी। तेजस्वी ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी का रुख ममताजी को पूरा समर्थन देना है।'' उन्होंने बिहार के लोगों से बनर्जी की पार्टी के साथ खड़ा रहने की अपील की। बदले में बनर्जी ने कहा कि उनके और जेल में बंद लालू प्रसाद के मन में ‘एक-दूसरे के प्रति सम्मान' है। ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘जब हम लड़ रहे हैं... यह तेजस्वी भाई भी लड़ रहे है, हम साथ-साथ हैं।''