कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पश्चिम बंगाल दौरे का आज दूसरा दिन है। शुक्रवार सुबह अमित शाह ने दक्षिणेश्वर काली मंदिर में पूजा की। अब वे कार्यकर्ता संवाद में भाग लेने के लिए कोलकाता पहुंच गए हैं। इसके बाद उन्होंने गौरंगानगर में मतुआ समुदाय के एक सदस्य के घर में भोजन किया। मतुआ समुदाय के लोग बांग्लादेश से शरणार्थी बनकर पश्चिम बंगाल आए थे। बंगाल में इस समुदाय की आबादी 70 लाख से ज्यादा है।
हम लौटाएंगे बंगाल को उसका गौरव: शाह
पश्चिम बंगाल दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। शाह ने आरोप लगाया कि बंगाल में तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है और इसकी वजह से राज्य के गौरव को चोट पहुंची है। अगले साल अगर बंगाल में भाजपा की सरकार बनती है तो हम राज्य के गौरव को फिर से लौटाने का काम करेंगे।
शाह ने कहा, यह चैतन्य महाप्रभु, श्री रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद की धरती है, लेकिन दुर्भाग्य से इस जमीन को तुष्टिकरण की राजनीति से कलंकित किया जा रहा है। मैं बंगाल की जनता का आह्वान करता हूं कि आध्यात्मिक और धार्मिक चेतना का केंद्र रहा बंगाल अपना गौरव फिर से प्राप्त करे, इसलिए आप जागरूक होकर अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
शुक्रवार सुबह शाह राजधानी कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे और पूजा अर्चना की। केंद्रीय मंत्री ने कहा, मैं मां काली की पूजा और दर्शन से नई ऊर्जा प्राप्त करता हूं। मैंने मां काली से बंगाल और देशवासियों के लिए मंगल कामना की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है, यह ऐसे ही आगे बढ़ता रहे, इसकी मैंने प्रार्थना की है।
इससे पहले गुरुवार को शाह ने भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित करके अपने बंगाल दौरे की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने बांकुरा में आदिवासी कार्यकर्ता के घर खाना खाया और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने राज्य में दो-तिहाई मतों से भाजपा की सरकार बनने का दावा किया।