कोलकाता: पश्चिम बंगाल में 56 विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनावों के दूसरे चरण में आज मतदान हो रहा है। दूसरे चरण का चुनाव ऐसे समय में हो रहा है जब चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और चुनाव आयोग द्वारा तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल पर केन्द्रीय पुलिस बल की चौबीसों घंटे व सातों दिन निगरानी बैठाने के साथ बीरभूम आकर्षण का केन्द्र बन गया है। इन दोनों ही मामलों में चुनाव आयोग ने विपक्षी दलों द्वारा की गई शिकायतों के आधार पर कार्रवाई की। उत्तरी बंगाल के छह जिलों- अलिपुरदुआर, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिणी दिनाजपुर और मालदा एवं दक्षिण बंगाल के बीरभूम में 1.2 करोड़ से अधिक मतदाता 383 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इन उम्मीदवारों में 33 महिलाएं हैं। बीरभूम में सात विधानसभा क्षेत्रों- दुबराजपुर, सूरी, नलहटी, रामपुरहाट, सैनथिया, हनसन और मुरारी का माओ प्रभावित इलाकों के तौर पर वर्गीकृत किया गया है, जहां सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। इन इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
बाकी विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं को अतिरिक्त दो घंटे मिलेंगे और वे शाम छह बजे तक मतदान कर सकेंगे। कुल 13,600 से अधिक मतदान केन्द्रों में से चुनाव आयोग ने 2,909 मतदान केन्द्रों को नाजुक केन्द्र के तौर पर चिह्नित किया है, जहां स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। नाजुक हालत वाले सबसे अधिक मतदान केन्द्र मालदा और उत्तर दिनाजपुर जिलों में हैं। मतदाताओं से मिली शिकायतों के आधार पर आयोग ने 16,315 मतदाताओं को प्रभावशाली मतदाताओं के तौर पर चिह्नित किया है, जिनमें से ज्यादातर मालदा और बीरभूम जिलों से हैं। उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन के लिए 14 अप्रैल को ममता बनर्जी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस खबर के जारी होने के तुरंत बाद विचलित ममता ने उनके खिलाफ कर्रवाई करने की चुनाव आयोग को चुनौती दी और कहा कि राज्य की जनता 19 मई को उसे कारण बताएगी। चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि 15,962 ईवीएम और 1968 वीवीपीएटी की व्यवस्था की गई है। सभी मतदान परिसरों पर केन्द्रीय पुलिस बल के जवान तैनात रहेंगे और स्थानीय भाषा की समझ रखने वाले राज्य कर्मचारी कतारों के प्रबंधन का काम देखेंगे। उन्होंने कहा कि केवल असाधारण मामलों में जब पीठासीन अधिकारी अनुमति देता है तो उन्हें बूथ पर जाने की अनुमति दी जाएगी। सुरक्षा की बाहरी परत में त्वरित कार्रवाई टीमें, उड़न दस्ते, क्षेत्रीय बल और मोबाइल हाई रेडियो उड़न दस्ते शामिल होंगे। कुल मिलाकर करीब 700 मोबाइल निगरानी कर्मचारी होंगे। दूसरे चरण के इस चुनाव में सिलीगुड़ी सीट पर विशेष नजर होगी, जहां शहर के महापौर और पूर्व माकपा मंत्री अशोक भट्टाचार्य, भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान एवं तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार बाईचुंग भूटिया के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। पहाड़ी इलाकों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस कलिमपोंग के मौजूदा विधायक हरक बहादुर छेत्री का समर्थन कर रही है जो गोरखा जनमुक्ति मोर्चा छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इस चुनाव में राज्य के उत्तरी बंगाल से विकास मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नामिनी गौतम देब का भविष्य दांव पर है जो जलपाईगुड़ी जिले में दबग्राम-फुलबारी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इनके अलावा, राज्य के खाद्य प्रसंस्करण मंत्री कृष्णेंदु नारायण चौधरी इंग्लिशबाजार सीट से एवं शरणार्थी राहत व पुनर्स्थापना मंत्री साबित्री मित्रा मणिकचाक सीट से चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा की उम्मीदवार अभिनेत्री लाकेट चटर्जी मयूरेश्वर से अपना भाग्य आजमा रही हैं, जबकि अभिनेता जाय बनर्जी सूरी से और गायक सुमन बनर्जी मालदा में इंग्लिशबाजार सीट पर अपना भाग्य आजमा रहे हैं।