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कोलकाता: कोलकाता: पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी ने चुनावी रैली में कहा, आज दुनिया इस सच्चाई को जानती है कि टीएमसी की सरकार उन परियोजनाओं को हाथ ही नहीं लगाती, जिनमें सिंडिकेट का शेयर ना हो और जहां मलाई ना मिलती हो। प्रधानमंत्री ने कहा दुर्भाग्य की बात यह है कि बंगाल में जो सरकार है वो विकास की परियोजनाओं को लेकर गंभीर नहीं है। बंगाल की सरकार गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के सपनों को कुचलने में जुटी है। लेकिन केंद्र सरकार उन सपनों को नई उड़ान देने का प्रयास कर रही है। 

गठबंधन खासकर सपा बसपा गठबंधन को निशाना बनाते हुए पीएम मोदी ने कहा, जो लोग 4 साल पहले तक एक दूसरे का मुंह नहीं देखते थे, वो कोलकाता में चौकीदार को हटाने के लिए शपथ ले रहें थे। घोटालों और धोखाधड़ी में लिप्त इन लोगों को चौकीदार पसंद नहीं है। यूपीए सरकार पर हमला बोलतेे हुए मोदी ने कहा, 10 साल पहले कांग्रेस सरकार ने दावा किया था कि उसने किसानों का 52,000 करोड़ रुपए का कर्जमाफ किया। इतने पैसे से हम भी कर्ज़ माफी का शोर मचा सकते थे, लेकिन हमारी नीयत साफ है जिसका परिणाम किसान हित में आई ये परमानेंट योजना है।

 

पीएम मोदी ने कहा, यहां जगाई-मथाई, सिंडिकेट और ट्रिपल टी कल्चर को चुनौती देने वाला कोई नहीं था, इसलिए पश्चिम बंगाल की परंपरा और महान संस्कृति से खिलवाड़ करने की इनको छूट मिल गई। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि भाजपा सामान्य जन की, किसानों की, गरीबों की और बेटियों की आवाज बनकर खड़ी है। मोदी ने ममता पर सीधे निशाना साधते हुए कहा, इन्होंने शिक्षा पर भी टैक्स लगा दिया है, जिसका नाम है ट्रिपल टी टैक्स, यानी तृणमूल टोलबाजी टैक्स। कॉलेज में एडमिशन हो, टीचर की भर्ती या ट्रांसफर हो, लोग बताते हैं कि हर जगह ये ट्रिपल टी टैक्स लगता है।

 प्रधानमंत्री ने दावा किया कि बीते साढ़े 4 वर्षों में पश्चिम बंगाल के विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए बजट में बड़ी वृद्धि की गई है। लेकिन दुर्भाग्य है कि यहां की सरकार विकास की परियोजनाओं को लेकर रत्ती भर भी गंभीर नहीं है। मोदी ने कहा, इनका जाना तय है, बंगाल परिवर्तन करके रहेगा। यहां की धरती में, यहां की परंपरा में, इतना सामर्थ्य है कि वो मां-माटी-मानुष के नाम पर सरकार बनाने के बाद, यहां के लोगों को चुन-चुन कर रास्ते से हटा रही ममता सरकार को ही हटा देगी। 

कार्यकत्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, आपकी ये तपस्या, ये जोश और ये बलिदान बेकार नहीं जायेगा। कुछ समय लगेगा, लेकिन आप जानते हैं कि दीया जब बुझता है तो आखिर में ज्यादा जोर लगा देता है। ये वही काम कर रहें हैं।

बजट पर बोलते हुए मोदी ने कहा, देश में लंबे समय से एक मांग उठ रही थी कि 5 लाख रु तक की आय को टैक्स से मुक्त किया जाए, इस मांग को पूरा करने का काम हमारी सरकार ने किया है और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 5 लाख रु तक की सालाना आय पाने वालों को टैक्स के दायरे से बाहर कर दिया है। उन्होंने कहा, बजट में किसानों के लिए भी बहुत बड़ी योजना की घोषणा की गई है। इस योजना का नाम है ‘पीएम 'किसान सम्मान निधि योजना'। इसके अंतर्गत देश के 12 करोड़ से अधिक छोटे किसानों को हर साल 6 हजार रुपए दिए जाएंगे, जो सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किए जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर शनिवार को तीखा हमला बोलते हुए कहा, मुझे पानी पी-पी कर कोसा जाता है, उसकी वजह है कि मैं कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर रहा हूं। ये लोग इतना बौखला गए हैं कि जांच एजेंसियों को बंगाल आने से मना कर रहे हैं। दीदी अगर कुछ गलत किया नहीं है, तो डरने की जरूरत क्या है?

मतुआ संप्रदाय को लुभाने की कोशिश

अनुसूचित जाति मतुआ समुदाय के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, अब मैं समझ सकता हूं कि क्यों दीदी और उनकी पार्टी हिंसा, निर्दोष लोगों की हत्या में शामिल है। वह हमारे लिए आपके प्यार से घबरा गई हैं।  मूल रूप से यह मतुआ संप्रदाय पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) से यहां आया था। मतुआ संप्रदाय की महारानी वीणापाणि देवी के घर के नजदीक रैली का आयोजन किया गया है। भाजपा की प्रदेश इकाई को उम्मीद है कि मोदी ठाकुरनगर में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर बोलेंगे। पार्टी सूत्रों ने कहा कि भाजपा से संबद्ध ऑल इंडिया मतुआ महासंघ रैली का आयोजन कर रहा है।

 किसानों, कामकाजी और मध्यम वर्ग के कल्याण के लिए शुक्रवार को पेश किए बजट को ऐतिहासिक कदम बताते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के बाद इन वर्गों को वर्षों तक नजरअंदाज किया गया।

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