कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी कि वह भाजपा के उन आरोपों को साबित करके दिखाएं कि उन्होंने चिटफंड कंपनी के मालिकों को अपनी पेंटिंग बेचकर धन हासिल किया है। भाजपा पर पलटवार करते हुए बनर्जी ने यहां कहा, पश्चिम बंगाल की संस्कृति और परंपरा की कोई जानकारी नहीं रखने वाले दिल्ली से आए अर्द्धशिक्षित नेता उनकी सरकार के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। बनर्जी का बयान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पूर्वी मिदनापुर जिले में उनकी सरकार को निशाना बनाने के एक दिन बाद आया है।
शाह ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री की पेंटिंग को चिटफंड कंपनी के मालिकों ने करोड़ों रुपये में खरीदा है। बनर्जी ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं में जरा भी शालीनता नहीं है और उनकी पार्टी ने निराधार आरोपों पर मानहानि का नोटिस जारी किया है। अपनी लड़ाई को जारी रखने का संकल्प जताते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि वह किसी की भी धमकी के आगे कभी नहीं झुकी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिन राज्यों में भाजपा का शासन नहीं है, वहां वह समानांतर सरकार चलाने का प्रयास कर रही है और भाजपा नीत केंद्र सरकार को राजनीतिक तौर पर खत्म होता देखकर उन्हें अच्छा लगेगा। बनर्जी ने कहा, मोदी बाबू (प्रधानमंत्री) मैं आपको यह साबित करने की चुनौती देती हूं कि मैंने (पेंटिग बेच कर) अपने खाते में एक भी पैसा लिया है। भाजपा नेताओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि वे लोग अशिष्ट की तरह बात करते हैं और जरा भी शालीनता नहीं है।
जरुरत पड़ी तो अमित शाह पर करेंगे मानहानि का केस
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने कल उन्हें नोटिस भेजा है। अगर जरूरत पड़ी तो हम उनके (अमित शाह के)खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल सरकार के एक मंत्री ने बनर्जी के खिलाफ पेंटिंग वाले आरोप लगाने के लिए शाह को मानहानि का नोटिस जारी किया था। बनर्जी ने कहा, उनके दुस्साहस को देखें। वे कैसे यह आरोप लगा सकते हैं। युवावस्था से ही मैंने अपने समूचे जीवन में लड़ाई लड़ी है। मैं किसी के भी आगे नहीं झुकी हूं। मैं किसी भी तरह की धमकी से नहीं डरी हूं। उन्होंने उनकी सरकार पर केंद्र सरकार की योजनाओं की नकल करने के आरोप लगाने के लिये भी भाजपा नेताओं की आलोचना की। उन्होंने भाजपा नेताओं को इसे साबित करने की चुनौती दी।
दिल्ली से आकर झूठ फैला रहे अर्द्धशिक्षित नेता
उन्होंने कहा कि दिल्ली से आए कुछ अर्द्धशिक्षित नेता इस तरह का झूठ फैला रहे हैं। वे दावा कर रहे हैं कि हमने केंद्र सरकार की योजनाओं की नकल की है। मैं उन्हें साबित करने या राजनीति को अलविदा कहने की चुनौती देती हूं। हमने 2013 में कन्याश्री योजना शुरू की जबकि केंद्र की बहुप्रचारित बेटी बचाओ योजना 2015 में शुरू हुई। उन्होंने शाह के उन आरोपों का खंडन किया कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा का आयोजन नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि इस तरह की अफवाह सिर्फ बंगालियों को बंगालियों से लड़ाने के लिये फैलाई जा रही हैं और उन्होंने भाजपा को अपने दावों को साबित करने की चुनौती दी। उन्होंने एक बार फिर आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं को धमकाने के लिये सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।