नई दिल्लीः जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने एकबार फिर से पाला बदलने के बाद कल रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। कुमार ने "महागठबंधन" और विपक्षी दलों के "इंडिया" गठबंधन से संबंध विच्छेद करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर राज्य में नयी सरकार बनाई। एक दशक से भी कम समय में यह पांचवीं बार है कि कुमार ने पाला बदला है। इसे आगामी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राज भवन में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की उपस्थिति में नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। भाजपा नेता सम्राट चौधरी और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी मंत्री पद की शपथ ली। दोनों उप मुख्यमंत्री बनाए गए हैं। आज नीतीश कुमार की नई कैबिनेट की पहली बैठक होने जा रही है।
नीतीश कुमार ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद पत्रकारों से कहा, "मैं वहीं वापस आ गया हूं, जहां पहले था।"
उन्होंने कहा, "अब वापस जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। चौधरी और सिन्हा समेत आठ लोगों को मंत्री पद की शपथ दिलायी गयी है।"
कुमार और दोनों उपमुख्यमंत्री को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बिहार में नव गठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने सोशल मीडिया मंच (एक्स) पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें विश्वास है कि बिहार में नयी सरकार पूरे समर्पण भाव से लोगों की सेवा करेगी।
लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा, ‘"आगामी विधानसभा चुनावों में 'जदयू' का सफाया हो जाएगा। हमारे लिए खेल अभी खत्म नहीं हुआ है। खेल अभी शुरू हुआ है।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने पूर्णिया में पत्रकारों से कहा, "नीतीश कुमार ने राजनीतिक आत्महत्या की है। आने वाले दिनों में यह साबित हो जाएगा।"
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (भाकपा-माले) ने कुमार पर "विश्वासघात" का आरोप लगाते हुए तीखा हमला किया। पार्टी के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने फेसबुक पर तीखी टिप्पणी करते हुए आरोप लगाया कि कुमार ‘‘जिनका मुख्यमंत्री के रूप में सबसे लंबा कार्यकाल रहा है।‘‘ उन्हें आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ).भाजपा अपने "मोहरे के रूप में" इस्तेमाल करेंगे।
राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने भी कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘पाला बदलना उनकी राजनीति का हिस्सा बन गया है‘‘ और भाजपा को जदयू प्रमुख का समर्थन करने के लिए ‘‘भारी कीमत‘‘ चुकानी पड़ सकती है, जिन्होंने अगस्त 2020 में भी उसे धोखा दिया था।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘बार.बार पाला बदलने‘ की राजनीति का जनता करारा जवाब देगी।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया‘ से बाहर होना बिहार में एक झटका है। लेकिन इससे सही मकसद के लिए लड़ने का लोगों का संकल्प और मजबूत होगा।