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मुंगेर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल में घटित अपराध की घटनाओं को लेकर विपक्ष के ‘जंगलराज’ के आरोप के बीच प्रदेश में गत एक अप्रैल से लागू शराबबंदी के बाद से अपराध में आयी कमी का हवाला देते हुए कहा कि बिहार में तो मंगलराज, कानून का राज है। मुंगेर के पोलो ग्राउंड में जीविका समूह द्वारा आयोजित मद्य निषेध कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान नीतीश ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘लोग कहते हैं कि बिहार में जंगलराज है। बिहार में तो मंगलराज है, बिहार में कानून का राज है। सभी हत्या के मामलों पर कार्रवाई की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जायेगा।’ उन्होंने कहा कि शराबबंदी से बिहार में अपराध घट रहा है। हत्या के मामले में 39 प्रतिशत, डकैती के मामले में 54 प्रतिशत, लूट के मामले में 25 प्रतिशत, फिरौती के मामले में 71 प्रतिशत, महिला उत्पीडन में 28 प्रतिशत, कुल संज्ञेय अपराध में 20 प्रतिशत एवं सडक दुर्घटना में 31 प्रतिशत की कमी पिछले एक माह 23 दिन में आयी है। देश के अन्य राज्यों में शराबबंदी के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में जयललिता की सरकार की बनी है। सरकार बनते ही शराबंदी लागू करना शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में शराबबंदी का वातावरण बन रहा है। राजस्थान में शराबबंदी का आन्दोलन पूजा छावड़ा द्वारा किया जा रहा है। झारखंड के धनबाद में महिलाओं द्वारा काफी अरसे से शराबबंदी के लिये संघर्ष किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में भी इसकी मांग उठ रही है। महाराष्ट्र में भी इसके लिये आन्दोलन चल रहा है। चन्द्रपुर की महिलाओं द्वारा आन्दोलन कर पूरे जिले में शराबबंदी लागू कराया गया। नीतीश ने बिहार में पूर्णशराबबंदी के बाद से सीमावर्ती इलाके से सटे अन्य राज्यों में राजस्व प्राप्ति की लालच में शराब की अधिक खोले जाने के बारे में कहा कि इससे कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में भी महिलाओं ने शराबबंदी के लिये आवाज उठायी है तथा कल ही झारखंड में महिलाओं ने शराब की दुकान तोड़ दी। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीने वाले लोगों को वहां की महिलाओं ने खदेड दिया तथा दुकान बंद करा दी। बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू करने के बाद देश के अन्य भागों में शराबबंदी के पक्ष में अपने भ्रमण पर विपक्ष के कटाक्ष की ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा कि आज लोग इतने बड़े आन्दोलन को हतोत्साहित करने के लिये टिप्पणी करते हैं। उन्होंने कहा, ‘भारतीय संविधान की धारा 47 में शराबबंदी की बात कही गयी है। संविधान ने शराबबंदी का दायित्व राज्यों को सौंपा है, हम उसे निभा रहे हैं। मुझे बिहार के लोगों पर भरोसा है, हम बिहार में पूर्ण शराबबंदी सफलतापूर्वक लागू करेंगे।’ नीतीश ने कहा कि बिहार में शराबबंदी बहुत ही ऐतिहासिक क्षण में हुआ है। यह वर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चम्पारण आन्दोलन का 100वां साल है और शराबबंदी हमारी तरफ से बापू को सच्ची श्रद्धांजलि है। अब हम कदम पीछे हटाने वाले नहीं है। इतिहास में एक नया पन्ना लिखा गया है।

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