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भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि 'टाइगर जिंदा है' तो पिछले पांच महीनों में अब तक ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में जनसेवा के लिये क्यों नहीं गए। पटवारी भाजपा नेता सिंधिया के 'टाइगर अभी जिंदा है', वाले बयान पर तंज कस रहे थे।

पटवारी ने अतिथि शिक्षकों के मुद्दे और किसानों के कर्ज माफी के मुद्दे पर भी सिंधिया की चुप्पी पर सवाल उठाया। पटवारी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता में सिंधिया की सोमवार को इंदौर-उज्जैन यात्रा को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''उन्होने (सिंधिया) एक दिन कहा कि टाइगर अभी जिंदा है, तो पिछले पांच महीनों में आज तक ग्वालियर चंबल में जनसेवा के लिए टाइगर नहीं गया और जंगलराज में आज आए है इंदौर-उज्जैन के दौरे पर।' पटवारी ने कहा कि कांग्रेस सरकार गिराने के बाद भाजपा में शामिल होते समय सिंधिया ने सम्मान की राजनीति करने और जनसेवा का प्रमुख लक्ष्य होने की बात कही थी।

भोपाल: कांग्रेस नेतृत्व पर हमले जारी रखते हुए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को फिर कांग्रेस को घेरा। सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस में काबिल नेताओं पर सवालिया निशान खड़ा किया जाता है और उनके पूर्व दलीय सहयोगी सचिन पायलट ने भी हाल ही में यही स्थिति झेली है। कांग्रेस का दामन छोड़कर पांच महीने पहले भाजपा में शामिल होने वाले सिंधिया ने कहा कि पायलट मेरे मित्र हैं। उन्होंने जो पीड़ा झेली है, उससे सब लोग वाकिफ हैं। कांग्रेस किस तरह इतने विलंब के बाद अपना घर दुरुस्त करने की कोशिश कर रही है, इस बात से भी सब वाकिफ हैं। 

उन्होंने कहा कि यह दु:ख की बात है कि कांग्रेस में काबिलियत पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया जाता है। यही स्थिति मेरे पूर्व सहयोगी (पायलट) ने भी झेली है। सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया है, अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया गया है और चीन को ईंट का जवाब पत्थर से दिया गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इन अहम कदमों के बाद कांग्रेस अब पूरी तरह विफलता की राह पर जा रही है।

भोपाल: मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि वह अयोध्या के राम मंदिर मसले पर अपनी पार्टी की लाइन पर ही चले हैं। वह हिंदू धर्म में आस्था रखते हैं साथ ही अन्य सभी धर्मों का भी अत्यधिक सम्मान करते हैं। उन्होंने यह जवाब केरल में त्रिशूर से कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन द्वारा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी शिकायती चिट्ठी को लेकर दिया। टीएन प्रतापन ने पत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के राम मंदिर निर्माण को समर्थन देने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि यह अस्थायी सफलता के लिए झुकना जैसा है।

इस शिकायती पत्र पर कमलनाथ ने कहा, 'राम मंदिर पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जो रूख था, मैं उसी पर हूं। इसे किसी अन्य परिप्रेक्ष्य में नहीं देखा जाना चाहिए। राजीव जी ने (1985 में) राम मंदिर का ताला खुलवाया था। हम बाबरी मस्जिद गिराए जाने के खिलाफ थे। कांग्रेस का रुख साफ था कि हम इस पर अदालत के फैसले का पालन करेंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'मैंने छिंदवाड़ा में सबसे बड़ा हनुमान मंदिर बनवाया था। मैं हिंदू धर्म में आस्था रखता हूं लेकिन, मैं अन्य सभी धर्मों का अत्यधिक सम्मान करता हूं।

भोपाल: कांग्रेस नेताओं से अलग हटकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राम मंदिर निर्माण का स्वागत किया है। उन्होंने मंदिर निर्माण को लेकर खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भगवान राम सबके हैं। इसके अलावा मंगलवार को उन्होंने ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल तस्वीर को बदल दिया है। इसमें उन्होंने भगवा चोला पहना हुआ है। कांग्रेस नेता ने मंगलवार को अपनी तस्वीर बदली और लिखा, 'श्रीराम के हनुमान करो कल्याण।' वहीं उन्होंने अपने आवास पर हनुमान चालीसा का भी पाठ किया।

राम मंदिर के निर्माण के लिए चांदी की ईंटें भेजेंगे कमलनाथ

कांग्रेस नेता ने कहा कि भगवान राम सबके हैं। यह हम सभी के लिए खुशी का समय है। यदि आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जिंदा होते तो मंदिर निर्माण को लेकर उन्हें सबसे ज्यादा खुशी होती। उन्होंने कहा कि हम राम मंदिर निर्माण का स्वागत करते हैं। कमलनाथ ने कहा, 'राजीव गांधी जी ने 1985 में मंदिर निर्माण की शुरुआत की थी। 1989 में शिलान्यास किया था। राजीव जी की वजह से आज राम मंदिर का सपना साकार हो रहा है। आज राजीव जी होते तो यह सब देखते।

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