भोपाल: विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए वरिष्ठ नेता सरताज सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने तीन राज्यों में बीजेपी की हार पर पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया है। सरताज सिंह का कहना है कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव की हार का कारण मंत्री नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद जिम्मेदार हैं। वही उन्होंने बाबूलाल गौर को लेकर कहा कि अगर भाजपा उन्हें टिकट नही देगी को कांग्रेस उन्हें भोपाल से प्रत्याशी बनाएगी और यह सीट कांग्रेस के कब्जे में होगी।
सरताज सिंह के बयान के बाद राजनैतिक गलियाओं में हलचल मच गई है। वही भाजपा हमलावर हो चली है। दरअसल, आज मीडिया से चर्चा को दौरान सरताज सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा कि मध्यप्रदेश, छतीसगढ़ और राजस्थान का चुनाव मुख्यमंत्रियों के कारण नहीं बल्कि मोदीजी के कारण हारे हैं। नोटबन्दी और जीएसटी जैसा फैसला हार का बड़ा कारण बना। उन्होंने कहा कि जनता को मोदीजी से जो अपेक्षा थी, उस पर भी वो 15-20 प्रतिशत ही पूरी कर पाए। लोगों के फीडबैक के आधार पर यह कह रहा हूँ। जब मोदीजी का नाम नहीं था तब मैं मोदीजी का समर्थक था।
वही उन्होंने बाबूलाल गौर का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा से टिकट नहीं मिला तो कांग्रेस गौर साहब को प्रत्याशी बना सकती है। गौर साहब कांग्रेस से लड़े तो भोपाल सीट कांग्रेस की हो जाएगी। सरताज सिंह यही नही रुके उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में मप्र में भाजपा 12-13 सीट पर सिमट जाएगी। बदलाव तो आएगा, जैसे विधानसभा चुनाव के दौरान आया था।
बताते चले कि कांग्रेस ने बाबूलाल गौर को पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया है, हालांकि गौर ने इस ऑफर से इंकार कर दिया है, जिसके बाद से ही राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है और नेता बयानबाजी कर रहे है।
बता दे कि विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट ना मिलने से नाराज सरताज सिंह कांग्रेस मे शामिल हो गए थे। होशंगाबाद से उन्होंने कांग्रेस के टिकट पार चुनाव भी लड़ा था लेकिन वे हार गए थे। इसके बाद उन्होंने बयान जारी कर लोकसभा चुनाव ना लड़ने का फैसला किया था। उन्होंने कहा था कि वे पार्टी मे जमीनी स्तर पर काम करेंगें और लोकसभा चुनाव में पार्टी की मदद करेंगें। वे शिवराज और अटल सरकार में भी मंत्री रह चुके है।
गौरतलब है कि हाल ही भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर ने भाजपा पर नेताओं को ठिकाने लगाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि उन्होंने कहा था कि कैलाश विजयवर्गीय जैसे नेता को प्रदेश छोड़ना पड़ा। लक्ष्मीकांत शर्मा का कद बढ़ने लगा तो व्यापमं में फंसा दिया। राघवजी, सरताज सिंह और रामकृष्ण कुसमरिया जैसे उम्र और अनुभव में बड़े, पांच-छह बार के सांसद रहे नेताओं को किस तरह अपमानित किया गया। किस तरह उनकी दुर्गति की गई, किसी से छिपी नहीं है। सब जानते हैं, इसके लिए कौन जिम्मेदार है। सब कुछ प्लानिंग से किया गया। लेकिन मैं सम्मान की लड़ाई लड़ रहा हूं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भोपाल से दावेदारी पेश की है। उनका कहना है कि मोदी ने मुझसे कहा था गौर साहब एक बार और....मुझे टिकट मिलना चाहिए। हालांकि उन्होंने कांग्रेस में जाने से इंकार कर दिया है।