भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 1984 सिख विरोधी दंगों पर कहा है कि उन्होंने 1991 में और उसके बाद कई बार शपथ ली है, किसी ने कुछ नहीं कहा। मेरे खिलाफ कोई केस, एफआईआर, चार्जशीट नहीं है। आज वे इस मामले को उठा रहे हैं। आप इसके पीछे की राजनीति समझ सकते हैं। उन्होंने सवाल किया क्या किसी प्रत्यक्षदर्शी ने कुछ कहा? बता दें कि सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को सिख दंगों के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके बाद भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने अप्रत्यक्ष तौर पर कमलनाथ पर निशाना साधा।
अरूण जेटली ने सोमवार को कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में सजा मिलने का स्वागत किया और कमलनाथ को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री चुनने के लिए विपक्षी दल पर प्रहार किया। उन्होंने दावा किया कि सिख उन्हें समुदाय के खिलाफ हिंसा में ''दोषी मानते हैं।
सोमवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले कमलनाथ ने 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख वि रोधी दंगों में किसी भी तरह की भूमिका होने से हमेशा इंकार किया है।कांग्रेस का कहना है कि कानूनी प्रक्रिया चल रही है और मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।