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नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नागपुर स्थित मुख्यालय को घेरने की कोशिश की गई है। भारत मुक्ति मोर्चा (बीएमएम) नाम के संगठन की ओर से यह घेराव किया गया था। इस मामले में पुलिस ने मुख्यालय के बाहर से कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। आरएसएस कार्यालय के बाहर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई ह।. वामन मेश्राम के नेतृत्व वाले भारत मुक्ति मोर्चा ने आज नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय की घेराबंदी करने का प्रयास करते हुए कहा कि इस संगठन की विचारधार भारतीय संविधान के अनुरूप नहीं है। इस बीच पुलिस ने वामन मेश्राम को हिरासत में ले लिया है।

इससे पहले, पुलिस द्वारा छह अक्टूबर को मार्च निकालने की अनुमति देने से इंकार करने पर बीएमएम ने नागपुर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि, अदालत ने कोई राहत नहीं दी थी। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि इसके बावजूद बीएमएम कार्यकर्ता कडबी चौराहे पर एकत्र हुए, जिसके चलते पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हालांकि, वामन मेश्राम और उनके संगठन के आंदोलन के स्टैंड पर बने रहने के कारण नागपुर सिटी पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से पूरे इंदौरा इलाके में धारा 144 लागू कर दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च में शामिल होने के लिए भारत मुक्ति मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ता नागपुर पहुंचे थे। पुलिस ने इस मार्च की इजाजत देने से इंकार कर दिया था। पुलिस ने उन्हें रोका तो कार्यकर्ताओं ने इंदौरा चौक पर ही धरना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आरएसएस के खिलाफ नारेबाजी भी की। भारत मुक्ति मोर्चा संगठन को पुलिस द्वारा विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई क्योंकि शहर में धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस और अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे थे।

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