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मुंबई: घोटाले में फंसे पंजाब एंड महाराष्ट्र सहकारी बैंक (पीएमसी) के ग्राहकों को अपनी मेहनत की कमाई डूबने का डर सताने लगा है। इस सदमे में 24 घंटे के अंदर दो ग्राहकों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। जबकि एक ने आत्महत्या कर ली। दिल के दौरे का शिकार हुए संजय गुलाटी (51) के परिवार के 90 लाख रुपये बैंक में जमा थे, जबकि खुदकुशी करने वाली निवेदिता बिजलानी (39) पेशे से डॉक्टर थीं। एक अन्य व्यक्ति फत्तोमल पंजाबी की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई।

ओशिवारा निवासी संजय गुलाटी ने सोमवार को 80 साल के पिता सीएल गुलाटी के साथ कोर्ट के बाहर हुए प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। सीएल गुलाटी ने बताया कि, भारी तनाव में चल रहे संजय को सोमवार रात डिनर के बाद दिल का दौरा पड़ा और मौत हो गई। हलांकि सोमवार को ही आरबीआई ने पैसा निकालने की सीमा बढ़ाकर 40 हजार रुपये की थी। पीएमसी के ग्राहकों में फिल्म अभिनेत्री सुधा चंद्रन भी हैं, जो प्रदर्शनकारियों के बीच गाढ़ी कमाई डूबने का हल रो-रोकर बयां कर रही थीं। गुलाटी जेट एयरवेज के कर्मचारी थे, मगर अप्रैल में उनकी नौकरी चली गई थी। वह बैंक में जमा धन से पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रहे थे।

तभी पीएमसी बैंक घोटाले के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का ग्राहकों के खातों के लेनदेन पर रोक का फरमान आ गया। इससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई। उनका बेटा बीमार चल रहा था, जिसके इलाज के लिए उन्हें धन की सख्त आवश्यकता थी। वह पूरे मामले में बुरी तरह परेशान थे।

फत्तोमल मंगलवार दोपहर 12.30 बजे बैंक जाने के लिए घर से निकले थे। हार्ट अटैक आने पर जब तक उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। वह भी कुछ दिनों से बैंक के विरुद्ध हो रहे प्रदर्शनों में भी जा रहे थे। उनके परिचितों ने मीडिया को बताया कि बैंक से धन निकलने की रोक के कारण उन्हें कारोबार में मुश्किलें आ रही थी।

आरबीआई ने फिलहाल ग्राहकों के लिए खाते से रकम निकलने की सीमा 25 हजार रुपये से बढ़ा कर 40 हजार रुपये कर दी है।

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