मुंबई: एटीएस के प्रमुख शहीद हेमंत करकरे के खिलाफ भाजपा नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को खारिज करते हुए शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि को नुकसान हुआ है जो राजग के लिए काफी ''बेशकीमती" हैं। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना के संपादकीय में लिखा कि मोदी राष्ट्रीयता पर लोगों की भावनाएं जागृत करने के लिए सैनिकों की शहादत का उल्लेख कर रहे हैं और ''ऐसे समय में शहीदों को राष्ट्र विरोधी कहना उनकी छवि को धूमिल करता है।"
मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी ठाकुर ने हाल में दावा किया था कि 26...11 मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान करकरे इसलिए मारे गए कि मेरा ''उत्पीड़न" करने के कारण मैंने उन्हें ''शाप" दिया था। प्रज्ञा भाजपा के टिकट पर भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। शिवसेना ने कहा कि वह करकरे के खिलाफ ठाकुर के बयान का समर्थन नहीं करती है लेकिन मालेगांव विस्फोट मामले की जांच के दौरान पार्टी ने उनके समर्थन में बोला था। इसने कहा, ''हमारी नीति है कि हिंदुओं को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए और हिंदू आतंकवाद शब्द पर जोर नहीं दिया जाना चाहिए।
तब हमने राजनीतिक दबाव में हो रही जांच के बारे में बोला था और केवल सामना ने खुलेआम साध्वी प्रज्ञा और (मामले में एक अन्य आरोपी) लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित के समर्थन में बोला था।"