नई दिल्ली: आईएनएक्स मीडिया घूस मामले में आरोपी व पूर्व मीडिया प्रमोटर इंद्राणी मुखर्जी ने सरकारी गवाह बनने के लिए कोर्ट में याचिका दी है। इंद्राणी के पास वकील न होने के कारण इस पर बृहस्पतिवार को सुनवाई नहीं हो सकी। उस पर एक सप्ताह बाद सुनवाई होगी। पटियाला हाउस कोर्ट के विशेष सीबीआई जज सुनील कुमार राणा के समक्ष इंद्राणी की मुंबई की भायखला जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी हुई। उसने बताया कि वह इसमें सरकारी गवाह बनना चाहती है।
कोर्ट के पूछने पर उसने बताया कि उसके पास कोई वकील नहीं है, इसलिये उसे वकील मुहैया करवाया जाए। कोर्ट ने दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण को सरकारी पर विचार करने का निर्देश दिया है। सीबीआई व ईडी ने आईएनएक्स मीडिया रिश्वत मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, उनके बेटे कार्ति, सीए भास्कर रमण व इंद्राणी मुखर्जी को आरोपी बनाया है।
चिदंबरम पर बेटे के जरिये रिश्वत 300 करोड़ लेने का आरोप
एजेंसी का आरोप है कि आईएनएक्स मीडिया समूह में विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड (एफआईपीबी) की अनुमति दिलाने के लिए चिदंबरम ने अपने पद का दुरुपयोग किया था और अपने बेटे कार्ति के जरिये 300 करोड़ से ज्यादा की घूस ली थी। पूछताछ में इंद्राणी बता चुकी है कि वह एफआईपीबी की मंजूरी के सिलसिले में कार्ति चिदंबरम से मिली थी।
गौरतलब है कि पी. चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में फैसला सुरक्षित है, जबकि कार्ति जमानत पर बाहर हैं।