मुंबई: महाराष्ट्र पुलिस ने शनिवार को बताया कि पांच वांछित नक्सलवादियों ने अधिकारियों के समक्ष हथियार रख दिए और आत्मसमर्पण कर दिया, जिनमें दो दंपति शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि पांचों नक्सलियों पर कुल 16 लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने बताया कि शनिवार को पांच नक्सलियों, जयराम कोमती उर्फ जग्गू, उसकी पत्नी देवे जुरू पुंगाटी-गवड़े उर्फ रस्सो, अनिल बुधु गवड़े और उसकी पत्नी सन्नी बुस्कू पुंगाटी-गवड़े और कमलेश लच्छू तेलामी ने अपने हथियार डाल दिए। विशेष पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल-रोधी अभियान) शरद शेलार, उप-महानिरीक्षक अंकुश शिंडे और जिला स्तर के अन्य अधिकारियों के समक्ष नक्सलवादियों ने आत्मसमर्पण किया. राज्य सरकार की नीति के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलवादियों को पुनर्वासित किया जाएगा, जिसके तहत उन्हें भूमि आवंटित की जाएगी। वित्तीय मदद दी जाएगी, रोजगार के अवसर मुहैया कराए जाएंगे और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। भामरगढ़ मिलिशिया के कमांडर गवड़े के सिर पर छह लाख रुपये का इनाम था और वह बेजुरपल्ली, येरागुडा, टोंडर और कुछ अन्य जगहों पर भीषण नक्सली हमलों में संलिप्त रहा था।
पुलिस ने गवड़े पर हत्या सहित 17 गंभीर मामले दर्ज कर रखे थे। उसकी पत्नी के सिर पर भी चार लाख रुपये का इनाम था। अनिल बुधु गवड़े 2003 से नक्सली था और उसकी पत्नी 2006 से इसकी सक्रिय सदस्य थी। दोनों के सिर पर दो-दो लाख रुपये का इनाम था। तेलामी 2012 से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय था और उसके सिर पर भी दो लाख रुपये का इनाम था। देशमुख ने बताया, "एक एरिया कमांडर सहित विभिन्न 'दलम' के 16 नक्सलवादी इस साल अब तक आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इलाके में सक्रिय अन्य नक्सलवादियों से भी हमने देश की मुख्यधारा में शामिल होने और समाज को अपना योगदान देने का अनुरोध किया है।'