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जयपुर: केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान सरकार को भ्रष्टतम बताते हुए शनिवार को कहा कि इस सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी हैं। साथ ही केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘आज राजस्थान में जो जी-पे (गूगल-पे) है, वह गहलोत-पे बन गया है।‘ नागौर के लाडनूं में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने पहुंचे शेखावत ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत की।

जयपुर में सचिवालय के करीब योजना भवन में ढाई करोड़ रुपये नकद और एक किलोग्राम सोना मिलने पर केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, 'निरंतर हम यह कहते रहे हैं कि मौजूदा गहलोत सरकार इस लोकतांत्रिक भारत के इतिहास की सर्वाधिक भ्रष्ट सरकार है।'

उन्होंने कहा कि ऐसे मामले में भ्रष्‍टाचार निरोधक ब्‍यूरो (एसीबी), आयकर विभाग को सूचित करना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि इस तरह की चर्चाएं भी चल रही हैं कि जो धन राशि बतायी जा रही है और जो बरामद हुई है उसमें भी बहुत बड़ा अंतर है।

जयपुरः मुख्यमंत्री गहलोत और सचिन पायलेट के बीच जारी खींचतान के बीच राजस्थान कांग्रेस के इंचार्ज सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शनिवार को कहा कि "सालों पुरानी पार्टी का सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा से कोई लेना.देना नहीं है, जो 15 मई को समाप्त हुई थी। उन्होंने कहा कि यह उनकी यात्रा है। कांग्रेस का इससे कोई लेना.देना नहीं है। राज्य स्तर पर सीएम और अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामने चर्चा की जानी चाहिए। लेकिन कर्नाटक चुनाव से पहले यात्रा करना ठीक नहीं है।‘

उन्होंने कहा कि राजनीति को किसी का स्थायी मित्र या शत्रु नहीं होता है। हम सचिन पायलट से बात करेंगे। बता दें कि पायलट ने हाल ही में अपनी यात्रा समाप्त की है और सीएम अशोक गहलोत को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है कि वो राज्य में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में कार्रवाई करें। कांग्रेस नेता ने 31 मई तक सीएम द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर सड़कों पर उतरने और राज्य भर में विरोध प्रदर्शन करने की धमकी भी दी है। पायलट ने तीन मांगों को सामने रखा है।

जयपुर (जनादेश ब्यूरो): राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपनी ‘‘जन संघर्ष यात्रा‘‘ पूरी कर ली है। सचिन पायलट ने सोमवार को यात्रा खत्म करने के मौके पर गहलोत सरकार को 15 दिनों के भीतर वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली राज्य की पूर्व भाजपा सरकार से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। साथ ही सचिन पायलट ने ये भी कहा है कि अगर सीएम गहलोत दिए गए समय के अंदर कार्रवाई नहीं करते हैं, तो वो राज्य भर में उनके खिलाफ आंदोलन तेज करेंगे।

"परीक्षार्थियों को मिले मुआवजा"

सचिन पायलट ने कहा कि उन परीक्षार्थियों को मुआवजा दें, जिन्होंने परीक्षा दी, लेकिन बाद में पेपर लीक हो गए। उन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग करने की भी मांग की है। जिसे वह पेपर लीक का स्रोत बता रहे हैं। सचिन पायलट ने कल कहा था कि सीएम अशोक गहलोत और उन्हें एक साथ मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना चाहिए। हालांकि, अशोक गहलोत ने इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाया है।

जयपुरः राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बढ़ाते हुए पार्टी नेता सचिन पायलट ने अपनी ‘जन संघर्ष पदयात्रा‘ बृहस्पतिवार दोपहर को अजमेर से शुरू की।

उन्‍होंने कहा कि उनकी यह पांच दिन की यात्रा भ्रष्टाचार के विरोध में है और बताया कि अपनी आवाज उठाने, आपकी आवाज सुनने और जनता की आवाज बनने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है। बड़ी संख्या में समर्थक, इस यात्रा में पायलट के साथ चल रहे हैं।

यात्रा शुरू करने से पहले पायलट ने अजमेर में जयपुर रोड पर अशोक उद्यान के पास एक सभा की। इसमें उन्‍होंने कहा क‍ि यात्रा क‍िसी ‘व्यक्ति विशेष‘ के विरोध में नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया इसलिए उसे वहां बहुमत मिलने वाली है।

पायलट ने कहा, अपनी आवाज उठाने के लिए, आपकी आवाज सुनने के लिए, जनता की आवाज बनने के लिए हम लोगों ने यह यात्रा निकाली है।

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