जयपुर: भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने पर राहुल गांधी जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो महात्मा गांधी की राह पर चलती है। भाजपा भारत जोड़ो यात्रा के खिलाफ अभियान चला रही है। कांग्रेस विचारधार की पार्टी है, जो लोग भाजपा के दबाव में हैं वे चले जाएं तो बेहतर रहेगा।
राजस्थान कांग्रेस में चल रही गुटबाजी पर राहुल गांधी ने कहा कि हमारी पार्टी लोकतांत्रिक पार्टी है। यहां बयानबाजी कम चर्चा अधिक है, जो एक अच्छी बात है। राजस्थान ही नहीं, अन्य राज्यों में भी ऐसा होता है। लेकिन, नेताओं की बयानबाजी से पार्टी को नुकसान नहीं होना चाहिए, अगर ऐसा होता है तो हम कार्रवाई करते हैं। कांग्रेस पार्टी एक विचारधारा की पार्टी है, लोगों को बोलने की आजादी है, हम उन्हें डराकर चुप नहीं कराते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कमी नहीं है। प्रदेश की दो-तीन योजनाएं ऐसी हैं जिनके बारे में लोग बात करते हैं। चिरंजीवी योजना और शहरी मनरेगा योजना को लोग अच्छी योजना बता रहे हैं। हालांकि, लोगों की कुछ छोटी-छोटी समस्याएं हैं। जिनके बारे में वे शिकायत भी करते हैं।
उन्होंने कहा, यहां पानी एक बड़ी समस्या है। भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि कन्याकुमारी से राजस्थान तक यात्रा को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
चीन मुद्दे पर राहुल ने केंद्र पर बोला हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को सरकार पर चीन द्वारा उत्पन्न खतरे को कम करके आंकने का आरोप लगाया है। राहुल ने कहा, 'चीन युद्ध की तैयारी कर रहा, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रशासन इसे स्वीकार नहीं कर रहा।' अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में दोनों देशों के सैनिकों के आमने-सामने आने के हालिया घटनाक्रम के बाद राहुल गांधी ने ये बातें कही।
'भारत जोड़ो यात्रा' पर निकले राहुल गांधी ने कहा, "चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है, घुसपैठ की नहीं। उनके हथियारों का पैटर्न देखें। वे युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। हमारी सरकार इसे स्वीकार नहीं कर रही है। भारत सरकार रणनीति पर नहीं, घटनाओं पर काम कर रही है।"
राहुल गांधी ने कहा, "चीन ने हमारी जमीन ले ली है। वे सैनिकों पर हमले कर रहे हैं। चीन का खतरा स्पष्ट है। सरकार इसे अनदेखा कर रही है। चीन लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में हमले की तैयारी कर रहा है। भारत सरकार सो रही है।" राहुल गांधी राजस्थान के दौसा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ 'भारत जोड़ो यात्रा' के एक पड़ाव पर बोल रहे थे।
राहुल गांधी की ये टिप्पणी तवांग सेक्टर पर सरकार के बयान के बाद आई है। हाल ही में सरकार ने कहा था कि चीन ने पिछले सप्ताह 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर "एकतरफा रूप से यथास्थिति को बदलने" की कोशिश की थी। इस दौरान दोनों पक्षों के सैनिक घायल हो गए। भारतीय सेना ने चीन की कोशिश को सफलतापूर्वक निरस्त कर दिया था।
तवांग में हुई इस घटना को 2020 के बाद से परमाणु-सशस्त्र एशियाई दिग्गजों की विवादित सीमा पर सबसे गंभीर माना जा रहा है। लद्दाख की गलवान घाटी में 2020 में हुई हिंसक झड़प के बाद ये पहली घटना है। गलवान घाटी में हुए हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। चीन के 35 सैनिकों की मौत हो गई थी। हालांकि, इंटरनेशनल मीडिया में चीन ने अपने सैनिकों की संख्या 4 ही बताई है।
चीन और भारत ने 1962 में अरुणाचल प्रदेश के नियंत्रण के लिए पूर्ण पैमाने पर युद्ध लड़ा। बीजिंग अरुणाचल पर अपनी संपूर्णता का दावा करता है और इसे तिब्बत का हिस्सा मानता है। भारत हमेशा से ही चीन को सभी दावों को खारिज करता आया है। भारत ने साफ कहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है।