शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला इस वक्त बड़े पैमाने पर जल संकट का सामना कर रही है, स्थानीय लोगों में पानी को लेकर झगड़े हो रहे हैं और पर्यटक भी ज्यादा दिनों तक इस खूबसूरत जगह पर नहीं रुक रहे हैं। पर्यावरण के जानकारों का कहना है कि यह सिर्फ इस शहर का मामला नहीं है। पूरे राज्य के सिर पर पानी के गंभीर संकट का खतरा मंडरा रहा है। पानी की परेशानी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने शनिवार ने सभी सरकारी स्कूलों को 4 से 8 जून तक बंद रखने का फैसला किया है।
शिमला में पिछले 15 दिनों से पानी की कमी की स्थिति में शनिवार को आंशिक सुधार हुआ है। यहां पानी की आपूर्ति 2.25 करोड़ लीटर प्रति दिन से बढ़ाकर 2.80 करोड़ लीटर प्रति दिन कर दी गई है लेकिन इसके बावजूद कई क्षेत्रों में अपर्याप्त जल आपूर्ति की वजह से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार को नई दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री कार्यालय को इस स्थिति से अवगत कराया और शिमला में पानी की स्थिति सामान्य करने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया।