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शिमला: भारतीय जनता पार्टी के पांच बार के विधायक जयराम ठाकुर ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। 52 वर्षीय जयराम ठाकुर के साथ ही दस अन्य को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अमित शाह, पूर्व उप-प्रधानमंत्री के साथ ही कई केन्द्रीय और राज्यों के मुख्यमंत्री शिमला के रिज मैदान में शपथ ग्रहण समारोह के साक्षी बने।

मुख्यमंत्री उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल को अपने विधानसभा क्षेत्र में मिली हार के बाद जयराम ठाकुर के हाथों में प्रदेश की कमान सौंपने का फैसला किया गया।विधानसभा चुनाव में यहां की 68 सीटों में से भाजपा ने 44 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की। जिसके बाद राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस को पांच साल बाद बाहर जाना पड़ा है।

हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब प्रधानमत्री ने वहां के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की हो। गुजरात की तरह यहां भी भाजपा की शक्ति प्रदर्शन किया।  यहां पांच साल बाद भाजपा ने 68 में से 44 सीटें जीतकर भारी बहुमत के साथ सरकार बनाई है. हालांकि इसके सीएम उम्मीदावर प्रेम कुमार धूमल अपनी सीट नहीं बचा पाए, जिसके बाद जयराम ठाकुर के नाम पर मुहर लगी।

जयराम ठाकुर के बारे में कुछ खास बातें-

1- 52 वर्षीय जयराम ठाकुर एक वरिष्ठ राजनेता है जिन्होंने राज्य में 2008 से 2012 की धूमल सरकार के दौरान ग्रामीण विकास और पंचायती राजमंत्री रहे। वह 2006 से 2009 के दौरान हिमाचल भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे।

2- भाजपा के सदस्य जो उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं उनका कहना है कि जयराम ठाकुर सर्वमान्य नेता है जो सबको साथ लेकर चलना जानते हैं। उनका बैकग्राउंड काफी साधारण रहा है। 

3- मंडी जिले के तांडी गांव के रहनेवाले जयराम पांच भाई में सबसे छोटे हैं। उनका जन्म एक किसान परिवार में हुआ था।

4- कॉलेज की पढ़ाई के दौरान जयराम भाजपा के छात्र विंग से जुड़े और बाद में वह पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए।

5- जयराम जम्मू कश्मीर में एबीवीपी के अधिकारियों के तौर पर भी काम किया। उन्हें पहली बार 28 साल की उम्र में 1993 में मंडी के चेचियोट विधानसभा से चुनाव लड़ाया गया लेकिन हार गए।    

6- उन्हें फिर से साल 1998 में चुनावी मैदान में उतारा गया। उसके बाद से वह लगातार पांच बार चुनाव जीतते आ रहे हैं। 2007 के डि-लिमिटेशन के बाद उनकी सीट का नाम हो गया सेराज।

7- 2013 के लोकसभा उप-चुनाव में जयराम ठाकुर को तत्कीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह के खिलाफ उतारा गया। लेकिन, ठाकुर ये चुनाव हार गए। 

8- जयराम ठाकुर केन्द्रीय स्वास्थ्यमंत्री जेपी नड्डा के भी करीबी माने जाते हैं। नड्डा को भाजपा के अंदर धूमल को चुनौती देनेवाला माना जाता है। 

9- जयराम ठाकुर के इस पद पर आने के बाद पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल और उनके बेटे अनुराग ठाकुर के लिए एक नई चुनौती है। 

10- जयराम भी धूमल की तरह राजपूत है। 

 

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