नई दिल्ली: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अर्चना रामासुंदरम को सोमवार को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का महानिदेशक नियुक्त किया गया। वह किसी अर्द्धसैनिक बल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी होंगी। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा जारी आदेश के अनुसार 58 वर्षीय अर्चना रामासुंदरम फिलहाल राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की निदेशक हैं। उन्हें अगले साल 30 सितंबर को उनके सेवानिवृत्त होने तक एसएसबी प्रमुख के तौर पर नियुक्त किया गया है। एसएसबी पर नेपाल और भूटान से लगे देश के सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है
। देश में पांच अर्धसैनिक बल - एसएसबी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) हैं। इनमें कभी कोई महिला प्रमुख नहीं रहीं। तमिलनाडु कैडर की अधिकारी अर्चना 2014 में उस समय खबरों में रहीं थीं, जब उन्हें सीबीआई में अतिरिक्त निदेशक नियुक्त किया गया था। उनकी नियुक्ति को उच्चतम न्यायालय में चुनौती भी दी गयी थी जिसके बाद उन्हें एनसीआरबी का प्रमुख बना दिया गया। अर्चना के अलावा के दुर्गा प्रसाद को सीआरपीएफ का महानिदेशक और केके शर्मा को बीएसएफ का प्रमुख नियुक्त किया गया है। वे इन बलों के मौजूदा प्रमुखों के इस महीने के आखिर में सेवानिवृत्त होने के बाद जिम्मेदारी संभालेंगे। आंध्र प्रदेश कैडर के 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रसाद को 2014 में दक्षेस सम्मेलन में शामिल होने के लिहाज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेपाल यात्रा के दौरान विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के प्रमुख पद से अनौपचारिक ढंग से हटा दिया गया था। एसपीजी प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान करता है। प्रसाद को पिछले साल जनवरी में सीआरपीएफ का विशेष महानिदेशक नियुक्त किया गया था। शर्मा फिलहाल बीएसएफ में विशेष महानिदेशक हैं। केरल कैडर के 1982 बैच के आईपीएस अधिकारी एम के सिंगला को गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) नियुक्त किया गया है। वह फिलहाल बीएसएफ में विशेष डीजी (पश्चिम) हैं। अर्चना रामासुंदरम के स्थान पर एआरके किन्नी को एनसीआरबी प्रमुख नियुक्त किया गया है। इन सभी नियुक्तियों को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने मंजूरी दी।