नई दिल्ली: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के मंगलवार को 10 वर्ष पूरे हो रहे हैं और पूर्ववर्ती संप्रग सरकार द्वारा पेश इस योजना की शुरू में आलोचना करने वाली राजग सरकार ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि एक दशक में इसकी उपलब्धियां राष्ट्रीय गर्व और उत्सव का विषय है। अपने बयान में सरकार ने हालांकि दावा किया कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान यह कार्यक्रम पटरी पर लौटा है। साथ ही यह घोषणा भी की कि आने वाले वर्षों में इस कार्यक्रम से जुड़ी प्रक्रियाओं को और सरल और मजबूत बनाने तथा इसके द्वारा गरीबों के लाभ के मकसद से सतत परिसम्पत्ति के रूप में विकसित करने पर होगा। मनरेगा सम्मेलन 2016 के दौरान मुख्य संबोधन में कल वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं करने की उम्मीद है।
इसमें कहा गया है कि दूसरी और तिसरी तिमाही में सबसे अधिक व्यक्ति दिवस क्रमश: 45.88 करोड़ और 46.10 करोड़ उत्पन्न हुआ जो पिछले पांच वर्ष में सर्वाधिक है ।