नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जीएसटी से काला धन और भ्रष्टाचार दोनों पर ही लगाम लगेगी। उन्होंने कहा है कि जीएसटी को किसी पार्टी या सरकार की विजय नहीं बल्कि भारतीय लोकतंत्र की परंपरा और सभी की जीत के रूप में देखा जाना चाहिए। लोकसभा में जीएसटी पर चर्चा के दौरान मोदी ने कहा कि जीएसटी से संदेश जाएगा कि उपभोक्ता राजा है। उन्होंने कहा कि जीएसटी से मुख्य रूप से उन राज्यों को लाभ मिलेगा जिन्हें पिछड़ा माना जाता है। इससे असंतुलित विकास की समस्या पर ध्यान दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी, भारत की एकरूपता के भाव को ताकत देने का काम करेगा । साथ ही मोदी ने कहा कि जीएसटी का मतलब ग्रेट स्टेप बाय टीम इंडिया। मोदी ने आगे कहा कि एक भारत के भाव को ताकत देने का काम जीएसटी करेगा और यह किसी एक दल की जीत नहीं है, बल्कि ये भारत के लोकतांत्रिक परंपराओं की जीत है। उन्होंने कहा कि जीएसटी की सबसे बड़ी ताकत है तकनीकी रियल टाइम डाटा उपलब्ध होगा मिलेगा,कारोबारियों को आसानी से जानकारी मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि जीएसटी के बाद टैक्स चोरी रोकने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कच्चा बिल और पक्का बिल बनता है, जीएसटी के बाद कारोबारी केवल पक्का बिल ही देंगे, जिससे काला धन और भ्रष्टाचार दोनों पर ही लगाम लगेगी। मोदी ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
इससे पहले जीएसटी लागू होने के बाद दरें क्या होंगी, इसको लेकर देश में जारी चर्चा को शांत करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्पष्ट किया कि इस पर कोई विवाद नहीं है। जीएसटी दरों का निर्णय जीएसटी कमेटी करेगी। बिल पेश करते हुए जेटली ने कहा, जीएसटी पर बड़ी संख्या में सहमति बन गई है। तमाम राजनीतिक पार्टियां और राज्य इसके समर्थन में आगे आ रहे हैं। राज्यसभा में पिछले हफ्ते सर्वसम्मति से इसे पारित किया गया। जेटली ने राज्यसभा और तमाम पार्टियों को धन्यवाद देते हुए कहा, 2011 में लाए गए जीएसटी बिल में राज्यों के घाटे की भरपाई का प्रावधान नहीं था। निर्माण, उत्पादन में लगे राज्यों को राजस्व घाटे की चिंता थी।