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नई दिल्ली: कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), जनतादल (यूनाईटेड) (जद-यू) और आम आदमी पार्टी (आप) सहित कई दलों के सदस्यों ने हमास के खिलाफ युद्ध में फलस्तीनियों पर इजराइल के हमले की रविवार को निंदा की और भारत सरकार से पीड़ितों के लिए शांति एवं न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने को कहा।

समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जावेद अली और मोहिबुल्लाह, आप सांसद संजय सिंह, जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) नेता केसी त्यागी और कांग्रेस के दानिश अली उन लोगों में शामिल थे, जो फलस्तीनियों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए फलस्तीन समर्थक संस्था ‘लीग ऑफ पार्लियामेंटेरियन्स फॉर अल-कुद्स’ के महासचिव मोहम्मद मकरम बालावी के साथ यहां एक बैठक में शामिल हुए।

बालावी ने इजराइल द्वारा अंतरराष्ट्रीय कानूनों का कथित उल्लंघन किए जाने के बारे में विस्तार से बात की और कहा कि उसके हमलों में मारे गए लोगों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं। विभिन्न दलों के सदस्यों ने एक बयान में कहा, वे इज़राइल द्वारा ‘‘फलस्तीनी लोगों का जघन्य नरसंहार’’ किए जाने की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं।

बयान में कहा गया, ‘‘यह क्रूर हमला न केवल मानवता का अपमान है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून और न्याय एवं शांति के सिद्धांतों का भी घोर उल्लंघन है।’’

इसमें फलस्तीनी मुद्दे पर भारत के ऐतिहासिक समर्थन का भी हवाला दिया गया।

नेताओं ने कहा, ‘‘हमें इस तथ्य पर गर्व है कि भारत 1988 में फलस्तीन को मान्यता देने वाला पहला गैर-अरब देश था और उसने लगातार फलस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय, संप्रभुता और मुक्ति के अधिकार का समर्थन किया है।’’

उन्होंने भारत सरकार से इजराइल को हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति बंद करने का आग्रह किया।

नेताओं ने कहा, ‘‘हम फलस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और भारत सरकार तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों को लागू करने और इस आक्रामकता को समाप्त करने तथा फलस्तीन में नरसंहार के पीड़ितों के लिए शांति और न्याय सुनिश्चित करने की खातिर तेजी से कार्य करने का आह्वान करते हैं।’’

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