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नई दिल्ली: बढ़ती महंगाई पर केंद्र की राजग सरकार को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज (गुरूवार) लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल किया, ‘ मोदी जी सदन को वह तारीख बता दीजिए जब दाल-सब्जी की कीमतें कम होंगी।’ राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री से सीधे सवाल किया, ‘ आप स्टार्ट अप, स्टैंड अप , चाहे जो मर्जी शुरू कीजिए़...जितने मर्जी खोखले वादे कीजिए लेकिन सदन को एक ऐसी तारीख बता दीजिए जब दाल के दाम कम हो जाएंगे... टमाटर के दाम कम हो जाएंगे।’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘ मैं प्रधानमंत्री जी को उनके एक वादे के बारे में याद दिलाना चाहता हूं जिसे वह भूल गए हैं। 16 फरवरी 2014 को हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत पहाड़ों के बीच कहा था, ‘ देश के सामने महंगाई एक बड़ी समस्या है.. गरीब के घर चूल्हा नहीं जलता.. मां बच्चे रात रात भर रोते हैं और आंसू पीकर सोते हैं।’ उन्होंने प्रधानमंत्री के भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी ने 2014 में कहा था कि भाजपा सत्ता में आयी तो महंगाई को रोकेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि दो महीने पहले राजग सरकार ने सत्ता का दो साल का जश्न मनाया। मुंबई से बालीवुड स्टार को बुलाया गया। इस समारोह में प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत के बारे में बोला , मेक इन इंडिया के बारे में बोला लेकिन पूरे समारोह में इस बारे में एक शब्द नहीं बोला कि महंगाई कब कम होगी। उन्होंने एक शब्द नहीं कहा कि दाल , आलू , टमाटर के दाम कब कम होंगे।

उन्होंने कहा कि देश की जनता के सामने महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा है। और उन्होंने इसके बारे में एक शब्द नहीं कहा। राहुल गांधी ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि मई 2014 में टमाटर की कीमत 18 रूपये थी जो आज 55 रूपये में बिक रहा है। इसी प्रकार उस समय चना दाल 50 रूपये की थी और आज यह 110 रूपये की बिक रही है। उन्होंने कहा कि उस समय किसान को मिलने वाले उसकी फसल के दाम और बाजार से उसकी खरीद में 25 रूपये का अंतर था लेकिन आज यह अंतर बहुत अधिक बढ़ गया है। किसानों द्वारा आत्महत्या करने का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि राजग ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में जो वृद्धि की है उससे किसान को फायदा 50 रूपये का होता है लेकिन उसे 180 रूपये की दाल खरीदनी पड़ती है। संप्रग और राजग के शासनकाल में किसान के सामने यह 130 रूपये का फर्क है। उन्होंने प्रधानमंत्री को फिर से निशाने पर लेते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में नरेन्द्र मोदी ने एक भाषण में कहा था कि मुझे प्रधानमंत्री मत बनाओ , मैं चौकीदार बनना चाहता हूं। लेकिन अब यही चौकीदार भूमि अधिग्रहण विधेयक के संबंध में तीन बार अध्यादेश जारी कर चुका है और दाल की चोरी उससे रोकी नहीं जा रही। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि संप्रग सरकार के समय अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में कच्चे तेल के दाम 110 डालर प्रति बैरल थे और तत्कालीन सरकार ने किसानों के 70 हजार करोड़ रूपये के कर्ज माफ किए थे। 2016 में तेल की कीमत 44 डालर प्रति बैरल हो गयी है और सरकार ने खुद कहा है कि सरकार ने इससे दो लाख करोड़ रूपये बचाए हैं। उन्होंने सवाल किया कि सरकार ने उद्योगपतियों के 52 हजार करोड़ रूपये के कर्ज माफ कर दिए लेकिन किसानों के कितने कर्जे माफ किए गए ? एक आम गृहिणी को इससे कितना फायदा हुआ? राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर किसान मजदूर की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को किसान , मजदूर को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने ‘हर हर मोदी , घर घर मोदी’ के नारे का परोक्ष जिक्र करते हुए कटाक्ष किया और कहा, ‘ आज गांव गांव , कस्बे कस्बे में एक नारा चल रहा है। और वह नारा है कि ‘अरहर मोदी , अरहर मोदी।’

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