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नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में लोग गर्मी और हीटवेव से परेशान हैं। मौसम विभाग (आईएमडी) की तरफ से कई जगहों पर अर्लट जारी किए गए हैं। हालांकि कुछ राज्यों में बारिश की संभावना भी जतायी गयी है। आईएमडी ने कहा है कि अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वी और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में लू से भीषण लू की स्थिति जारी रहने की संभावना है। 28-29 अप्रैल, 2024 के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और उत्तर पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों में गरज/बिजली और तेज़ हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं 30 अप्रैल तक पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में भी वर्षा होने की संभावना है।

बिहार में चार दिनों तक तेज गर्मी व लू का रहेगा प्रकोप

मौसम विभाग की तरफ से जारी अनुमानों के अनुसार बिहार के लोगों को अगले चार दिनों तक गर्मी व लू से राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग ने एक मई तक प्रदेश के कई जिलों में भीषण गर्मी व लू का अलर्ट जारी किया है। नालंदा में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। इससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

गर्मी से बचाव के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। गन्ने का रस और पानी लोगों को गर्मी से राहत दे रहा है। नगर निकायों ने भी सड़कों पर जगह-जगह प्याऊ लगाए हैं।

ओडिशा में भीषण गर्मी

ओडिशा में जारी भीषण गर्मी के बीच शुक्रवार को राजधानी भुवनेश्वर में तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। जो इस गर्मी के मौसम के दौरान सबसे अधिक था। आईएमडी ने मयूरभंज, जाजपुर, क्योंझर, अंगुल, ढेंकनाल, बौध, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, खुर्दा और कटक जिलों में लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति बनी रहने की बात कही है। मौसम विभाग की तरफ से कई जगहों पर रेड अलर्ट भी जारी किए गए हैं।

केरल के कोल्लम, त्रिशूर और पलक्कड में भी गर्मी का कहर

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने केरल के कोल्लम, त्रिशूर और पलक्कड जिलों में भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की है। आईएमडी के बयान के मुताबिक इन जगहों पर गर्मी का कहर जारी रहेगा। यह चेतावनी पिछले कुछ दिनों के दौरान रही भीषण गर्मी के मद्देनजर जारी की गयी थी और यह पूर्वानुमान के आधार पर जारी किया गया है।

हिंद महासागर के गर्म होने से विनाशकारी प्रभाव पड़ेंगे: रिपोर्ट

हिंद महासागर में वर्ष 2020 और 2100 के बीच समुद्री सतह के 1.4 डिग्री सेल्सियस से तीन डिग्री सेल्सियस तक गर्म होने की उम्मीद है, जो चक्रवात में तेजी लाएगा, मानसून को प्रभावित करेगा और समुद्र के जल स्तर में वृद्धि करेगा। एक नये अध्ययन में यह दावा किया गया है। यह अध्ययन पुणे स्थित भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के जलवायु वैज्ञानिक रॉक्सी मैथ्यू कोल के नेतृत्व में किया गया।

अध्ययन में यह बताया गया है कि समुद्री 'हीटवेव' (समुद्र के तापमान के असमान्य रूप से अधिक रहने की अवधि) के प्रतिवर्ष 20 दिन (1970-2000) से बढ़कर प्रतिवर्ष 220-250 दिन होने का अनुमान है, जिससे उष्ण कटिबंधीय हिंद महासागर 21वीं सदी के अंत तक स्थायी 'हीटवेव' स्थिति के करीब पहुंच जाएगा।

इन राज्यों में हो सकती है बारिश

मौसम विभाग ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से और पंजाब में अगले कुछ दिनों में बारिश की संभावना जतायी है। इसका कारण पश्चिमी विक्षोभ के असर को बताया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान सर्वाधिक बारिश राजस्थान के जयपुर, बीकानेर में होने की संभावना है। वहीं हिमालय से जुड़े राज्यों में भी हल्की और तेज बारिश हो सकती है। जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी बारिश की संभावना जतायी गयी है। कश्मीर के कुछ हिस्सों में हिमस्खलन की चेतावनी भी जारी की गयी है।

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