नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में देश के 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर मतदान को लेकर शुक्रवार को उत्साह दिखा। चुनाव आयोग के मुताबिक, शाम 5 बजे तक 61 प्रतिशत मतदान है। राज्यवार मतदान के आंकड़ों की बात करें तो सबसे ज्यादा त्रिपुरा में 76.23 प्रतिशत और सबसे कम उत्तर प्रदेश में 52.64 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं मणिपुर में 76.06 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 72.13 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 71.84 प्रतिशत, असम में 70.66, जम्मू और कश्मीर में 67.22, केरल में 63.97, कर्नाटक में 63.90, राजस्थान में 59.19, मध्य प्रदेश में 54.83, महाराष्ट्र में 53.51 और बिहार में 53.03 प्रतिशत लोगों ने वोट किया है।
केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर सुबह सात बजे से शाम 5 बजे तक मतदान हुआ। राज्य के कुछ मतदान केंद्रों पर फर्जी मतदान होने और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) खराब होने की छिटपुट खबरों के अलावा केरल की सभी सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान सम्पन्न हुआ। राज्य में मतदान के दौरान कथित तौर पर विभिन्न कारणों से कई लोगों और एक 'पोलिंग एजेंट' की मौत हो गई।
खबरों के मुताबिक, पलक्कड़, अलाप्पुझा और मलप्पुरम में मतदान करने के बाद एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, कोझिकोड के एक मतदान केंद्र पर पोलिंग एजेंट की मौत हो गई। केरल में 2019 के लोकसभा चुनाव में 77.84 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
बिहार में पांच लोकसभा क्षेत्रों में शुक्रवार को मतदान हुआ. किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इन सीटों पर शांतिपूर्ण, निष्पक्ष ढंग और सुचारू रूप से मतदान संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने 9,322 मतदान केंद्र बनाए थे। इन पांच सीटों पर कुल 50 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 47 पुरुष और तीन महिला प्रत्याशी शामिल हैं। इन उम्मीदवारों में जनता दल (यूनाइटेड) के पांच, बहुजन समाज पार्टी के चार, कांग्रेस के तीन और राष्ट्रीय जनता दल के दो प्रत्याशी शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीट पर वोटिंग हुई। सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हुआ, जो शाम छह बजे तक चला।
दूसरे चरण में अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा सीट पर मतदान हुआ। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिनवा ने बताया कि द्वितीय चरण के आठ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव मैदान में 91 प्रत्याशी हैं, जिनमें 81 पुरुष तथा 10 महिलाएं हैं। संख्या की दृष्टि से सबसे अधिक मतदाता गाजियाबाद (29 लाख, 45 हजार 487) में और सबसे कम मतदाता बागपत (16 लाख 53 हजार 146) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हैं।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत शुक्रवार को महाराष्ट्र की आठ सीटों पर मतदान हुआ। विदर्भ क्षेत्र में बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा और यवतमाल-वाशिम तथा मध्य मराठवाड़ा क्षेत्र में हिंगोली, नांदेड और परभणी सीट पर सुबह सात बजे से शाम 6 बजे तक मतदान हुआ। वोटरों ने राज्य में आठ सीटों पर 204 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला किया।
राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान हुआ। इनमें बाड़मेर, जोधपुर, जालौर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, कोटा, टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, उदयपुर, राजसमंद, और झालावाड़-बारां लोकसभा सीट शामिल है। इन सीटों में 28,758 बूथ पर मतदान हुआ और वोटरों ने 152 प्रत्याशियों के चुनावी भाग्य का फैसला किया।
पश्चिम बंगाल में तीन लोकसभा सीटों पर दूसरे चरण के चुनाव के दौरान मतदान हुआ। दार्जिलिंग, बालुरघाट और रायगंज निर्वाचन क्षेत्रों में शाम छह बजे तक वोटिंग हुई। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मतदान शांतिपूर्ण हुआ और संसदीय क्षेत्रों में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।''
कर्नाटक में 14 लोकसभा सीटों के लिए सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान हुआ। इस चरण में कांग्रेस सभी 14 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि भाजपा ने 11 सीट पर और उसके गठबंधन साझेदार जद(एस) ने तीन सीट- हासन, मांड्या और कोलार सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और जद (एस) ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था और इन दलों ने इन 14 लोकसभा क्षेत्रों में केवल एक-एक सीट हासिल की थी। भाजपा ने 11 में जीत हासिल की थी और मांड्या में पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई थी।
छत्तीसगढ़ के तीन लोकसभा क्षेत्रों में शुक्रवार को मतदान हुआ। छत्तीसगढ़ के तीन लोकसभा क्षेत्रों में कुल 41 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच है। ये तीनों लोकसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं। छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरण में मतदान हो रहा है। नक्सल प्रभावित बस्तर (अजजा) निर्वाचन क्षेत्र में 19 अप्रैल को पहले चरण के दौरान मतदान हुआ था। बाकी सात सीटों पर सात मई को मतदान होगा।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत असम की पांच सीटों पर शुक्रवार को सुबह सात बजे से शाम 6 बजे तक वोटिंग हुई। इन पांच सीट पर कुल 61 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सिलचर सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर आबकारी, परिवहन और मत्स्य पालन मंत्री परिमल शुक्ला बैद्य का मुकाबला कांग्रेस के सूर्यकांत सरकार से है। भाजपा के मौजूदा सांसद कृपानाथ मल्लाह करीमगंज से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। दीफू में भाजपा उम्मीदवार अमरसिंग टिस्सो का मुकाबला कांग्रेस के जॉयराम एंगलेंग से है। वहीं नागांव में मौजूदा कांग्रेस सांसद प्रद्युत बोरदोलोई और भाजपा के सुरेश बोरा में कड़ा मुकाबला है।
मध्य प्रदेश की छह लोकसभा सीटों के लिए भी शुक्रवार को मतदान हुआ। सबसे ज्यादा 19 उम्मीदवार सतना लोकसभा सीट पर हैं, जबकि सबसे कम सात प्रत्याशी टीकमगढ़ में चुनाव लड़ रहे हैं। इन छह सीट पर 2,865 संवेदनशील मतदान केंद्र थे। भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख वी. डी. शर्मा खजुराहो सीट से दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं।
त्रिपुरा ईस्ट लोकसभा सीट पर भी शुक्रवार को मतदान करने के लिए बड़ी संख्या में वोटर घर से निकले। दोपहर तीन बजे तक ही 69.48 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर लिया था। सुबह से ही मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं। आदिवासियों ने भी कड़ी सुरक्षा के बीच अंदरूनी इलाकों में मतदान में हिस्सा लिया। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में इन सीटों पर कुल 13.96 लाख मतदाताओं में 7.02 लाख पुरुष, 6.94 लाख महिलाएं और 13 ट्रांसजेंडर हैं, जो नौ उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला किया।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को जम्मू लोकसभा सीट पर भी मतदान हुआ। जम्मू लोकसभा सीट पर 2019 के चुनाव में 74 प्रतिशत मतदान हुआ था। बीजेपी के निवर्तमान सांसद जुगल किशोर शर्मा 2014 और 2019 के चुनावों में जीतने के बाद अब तीसरी बार इस सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस' (‘इंडिया') ने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला को मैदान में उतारा है। इस सीट पर कुल 22 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।