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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस और बीजेपी के बीच घोषणापत्र और विरासत कर को लेकर जारी घमासान के बीच 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर आज लोकसभा चुनाव हो रहा है। यूपी, राजस्थान और केरल की सीटें अहम हैं।

दूसरे चरण में केरल की 20, कर्नाटक की 14, राजस्थान की 13, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की आठ-आठ, मध्य प्रदेश की 7, असम और बिहार की पांच-पांच, बंगाल और छत्तीसगढ़ की तीन-तीन, जम्मू-कश्मीर, मणिपुर और त्रिपुरा में एक-एक सीटों पर चुनाव हो रहे हैं।

राहुल गांधी, हेमामालिनी, शाशि थरूर की साख दांव पर

दूसरे चरण में पहले 89 सीटों पर मतदान होने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन मायावती की बहुजन समाज पार्टी के एक उम्मीदवार की मौत के बाद मध्य प्रदेश के बैतूल में मतदान पुनर्निर्धारित किया गया। बैतूल में अब 7 मई को तीसरे चरण में वोटिंग होगी।

दूसरे चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में बीजेपी उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर शामिल हैं। उनका मुकाबला तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के शशि थरूर से है। रामायण के एक्टर अरुण गोविल, एक्ट्रेस हेमा मालिनी और सीनियर बीजेपी नेता तेजस्वी सूर्या और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, भूपेश बघेल और अशोक गेहलोत के बेटे वैभव गहलोत भी चुनावी मैदान में हैं।

बीजेपी और विपक्षी दलों, दोनों के लिए, दूसरे चरण में सबसे अहम राज्य कर्नाटक और केरल हैं। दक्षिण में बीजेपी का एकमात्र गढ़ कर्नाटक है, जहां पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने परचम लहराया था। परिसीमन की चिंताओं और दक्षिणी राज्यों को होने वाले नुकसान के बीच बीजेपी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है।

दक्षिण में, बीजेपी केरल की बाइपोलर राजनीति में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और वी. मुरलीधरन को मैदान में उतारकर पार्टी को राज्य में अपना खाता खोलने की उम्मीद है। 20 साल से ज्यादा समय से कांग्रेस का गढ़ रहे वायनाड में बीजेपी ने राहुल गांधी के खिलाफ अपनी राज्य इकाई के अध्यक्ष के सुरेंद्रन को मैदान में उतारा है।

केरल, विपक्ष के लिए किसी उम्मीद से कम नहीं है। भले ही वामपंथी और कांग्रेस दक्षिणी राज्य में एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं, लेकिन जीते कोई भी, विपक्षी गुट इंडिया की संख्या में इजाफा होगा। केरल उन कुछ राज्यों में से एक है, जहां से बीजेपी का कोई भी सांसद जीतकर अब तक लोकसभा नहीं पहुंचा है।

उत्तर, पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के साथ, बीजेपी को 370 सीटों की तलाश में दक्षिण और पूर्व में विस्तार की उम्मीद है। पार्टी ने 2019 में 303 सीटें जीती थीं, जिनमें से ज्यादातर गुजरात और पूर्वोत्तर समेत हिंदी पट्टी और नए और पुराने गढ़ों से थीं।

कांग्रेस का दावा है कि वह 2019 की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन करेगी। पहले चरण के चुनाव के बाद, खासकर राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनके दावे और भी तेज़ हो गए हैं।आरजेडी प्रमुख तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि इंडिया गठबंधन बिहार की सभी पांचों सीटें जीतेगा।

कांग्रेस और बीजेपी में तल्खी के बीच चुनाव हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी से विवाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो लोगों की निजी संपत्ति को "घुसपैठियों" में बांट देगी और महिलाओं के मंगलसूत्रों को भी नहीं बख्शेगी। कांग्रेस ने सवाल किया है कि क्या पार्टी के 55 साल के शासन में लोगों को अपनी संपत्ति और मंगलसूत्र के लिए डरना पड़ा। उसने बीजेपी पर अहम मुद्दों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।

लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होनी है। सातवें और आखिरी चरण का मतदान 1 जून को होगा। वहीं वोटों की गिनती इसके तीन दिन बाद 4 जून को होगी।

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