नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं और हाल के वर्षों में दोनों देशों के बहुआयामी संबंध सभी क्षेत्रों में गहरे हुए हैं। 2014 के बाद से यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कतर की दूसरी और यूएई की सातवीं यात्रा होगी।
यूएई के साथ भारत का सहयोग कई गुना बढ़ा: प्रधानमंत्री
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और कतर की आधिकारिक यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने एक बयान में यह भी कहा कि पिछले नौ वर्षों में व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा एवं शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में यूएई के साथ भारत का सहयोग कई गुना बढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। हाल के वर्षों में, हमारे बहुआयामी संबंध उच्च स्तरीय राजनीतिक आदान-प्रदान, दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार और निवेश, हमारी ऊर्जा साझेदारी को मजबूत करने और संस्कृति एवं शिक्षा में सहयोग सहित सभी क्षेत्रों में गहरे हुए हैं।’’
कतर को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी अहम मानी जा रही है क्योंकि कतर ने जेल में बंद भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को रिहा कर दिया है और उनमें से सात सोमवार को स्वदेश लौट आए। इसे भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है जो कतर की अदालत द्वारा उन्हें मौत की सजा सुनाए जाने के लगभग साढ़े तीन महीने बाद मिली है। इन लोगों की मौत की सजा को बाद में जेल की सजा में बदल दिया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की दो दिवसीय यात्रा के समापन के बाद 14 फरवरी को कतर की राजधानी दोहा पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा कि अबू धाबी में वह संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलने तथा दोनों देशों की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर व्यापक विचार-विमर्श करने के लिए उत्सुक हैं।
मोदी ने कहा कि उन्हें हाल ही में गुजरात में नाहयान की मेजबानी करने का सौभाग्य मिला, जहां वह वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में मुख्य अतिथि थे।
उन्होंने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के निमंत्रण पर वह 14 फरवरी को दुबई में विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं की सभा को संबोधित करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद के साथ मेरी चर्चा दुबई के साथ हमारे बहुआयामी संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित होगी।’’
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का भी उद्घाटन करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘बीएपीएस मंदिर सद्भाव, शांति और सहिष्णुता के उन मूल्यों के प्रति एक स्थायी समर्पण होगा, जिसे भारत और यूएई दोनों साझा करते हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अबू धाबी में एक विशेष कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह कतर में शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मिलने के लिए उत्सुक हैं ।
मोदी ने कहा कि उनके नेतृत्व में कतर जबरदस्त विकास और परिवर्तन का गवाह बन रहा है।
उन्होंने कहा कि दोहा में 800,000 से अधिक भारतीय समुदाय की मजबूत उपस्थिति हमारे लोगों से लोगों के बीच मजबूत संबंधों का प्रमाण है।