इंफाल: कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज से शुरू हो गई। यात्रा के लिए राहुल गांधी दिल्ली से मणिपुर पहुंचे। राजधानीभारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ध्वजारोहण किया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत प्रदेश के कई नेता समारोह में मौजूद रहे। व्यापक जनसंपर्क के मकसद से शुरू हुई इस यात्रा में राहुल गांधी के अलावा कई अन्य वरिष्ठ नेता भी शरीक हो रहे हैं।
राहुल गांधी ने थौबा में खोंगजोम युद्ध स्मारक का किया दौरा
इससे पहले राहुल गांधी इंफाल पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया और अब उन्होंने थौबा में खोंगजोम वॉर मेमोरियल का दौरा किया है। कांग्रेस नेता जयराम ने एक्स पर लिखा, "बीजेपी ने मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत को रोकने की हर कोशिश की। उन्होंने इंफाल के पैलेस मैदान में होने वाली रैली के लिए अनुमति न देने समेत कई तरह की ओछी हरकतें की। लेकिन यात्रा में बाधा डालने के उनके तमाम प्रयासों के बावजूद आज रैली शुरू होने से काफ़ी पहले ही खोंगजोम का न्याय मैदान पूरी तरह से भर गया है!"
न्याय यात्रा में शामिल होने पहुंचे दानिश अली
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से निलंबित लोकसभा सांसद दानिश अली कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भाग लेने के लिए मणिपुर पहुंचे। उन्होंने कहा, "कांग्रेस यात्रा में शामिल होने का फैसला किया क्योंकि मुझे लगता है कि अगर मैं एकता, न्याय के लिए सबसे बड़े अभियान में शामिल नहीं हुआ तो मैं राजनेता के रूप में अपने कर्तव्य में असफल हो जाऊंगा।"
इस यात्रा का सफल या असफल होना अलग बात है
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यात्रा का सफल या असफल होना अलग बात है, यह एक वैचारिक लड़ाई है। उन्होंने कहा, "मकर संक्रांति के पवित्र अवसर पर न्याय के लिए मणिपुर से यह यात्रा शुरू हो रही है। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा ही देश को बचा सकती है। इस यात्रा का चुनाव और चुनाव में जीत-हार से कोई लेना-देना नहीं है।
कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में रविवार (14 जनवरी) को मणिपुर से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू करेगी। जिसके जरिये उसका प्रयास बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों को लोकसभा चुनाव में विमर्श के केंद्र बिंदु में लाना है। यह यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर की राजधानी इंफाल के निकट थोबल से शुरू होगी और मार्च के तीसरे सप्ताह में मुंबई में इसका समापन होगा।
10 साल के ‘‘अन्याय काल’’ के खिलाफ
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। कांग्रेस ने शनिवार को कहा था कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' चुनावी नहीं, बल्कि वैचारिक यात्रा है तथा यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के पिछले 10 साल के ‘‘अन्याय काल’’ के खिलाफ निकाली जा रही है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यात्रा की शुरुआत से एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा था कि आज देश के सामने एक ऐसी विचारधारा की चुनौती है जो ध्रुवीकरण, अमीरों को और अमीर बनाने तथा राजनीतिक तानाशाही में विश्वास करती है।
'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू करने से पहले राहुल गांधी थोबल में खोंगजोम युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. यह एक ऐतिहासिक स्मारक है, जिसका उद्घाटन 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया था। यात्रा के दौरान राहुल गांधी हर दिन दो सभाओं को संबोधित करेंगे।
इसके अलावा, वह हर दिन समाज के विभिन्न वर्गों के 20 से 25 लोगों से मिलेंगे. वह सामाजिक संगठनों के सदस्यों के साथ भी बातचीत करेंगे. अगले 11 दिन के दौरान यात्रा पूर्वोत्तर भारत के पांच राज्यों से होकर गुजरेगी।
राहुल गांधी 23 जनवरी को घोषणापत्र के सिलसिले में गुवाहाटी में लोगों से जनसंवाद करेंगे। कांग्रेस ने इस यात्रा के लिए विपक्षी गठबंधन यानि इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के अपने सहयोगी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है और उसे उम्मीद है कि अलग-अलग राज्यों में इस गठबंधन से जुड़े दलों के प्रमुख नेता यात्रा का हिस्सा बनेंगे।