नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन का संयोजक बनने से इनकार कर दिया। इंडिया गठबंधन की शनिवार को हुई वर्चुअल बैठक में उन्हें संयोजक बनाने का प्रस्ताव लाया गया था। इसे उन्होंने ठुकरा दिया।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में बीजेपी के मुकाबले के लिए बने 28 दलों के गठबंधन की शनिवार को अहम बैठक हुई. इस वर्चुअल बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता सीताराम येचुरी, तमिलनाडु के सीएम और डीएमके चीफ स्टालिन समेत 14 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, सपा नेता अखिलेश यादव और शिवसेना (उद्धव गुट) चीफ उद्धव ठाकरे शामिल नहीं हुए।
सीट शेयरिंग, गठबंधन का संयोजक बनाने समेत तमाम मुद्दों पर बातचीत के लिए इंडिया गठबंधन की शनिवार को बैठक बुलाई गई थी। विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने कई मुद्दों पर बातचीत भी की। इस दौरान नीतीश ने संयोजक बनने से इंकार कर दिया।
ममता बनर्जी ने इस बैठक में शामिल नहीं हुईं। उनकी ओर से कहा गया था कि उन्हें बैठक की जानकारी देर से मिली और उनके पहले से कई कार्यक्रम तय हैं। ऐसे में वे विपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं होंगी। इसके अलावा महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे भी वर्चुअली बैठक में नहीं जुड़े।
बैठक में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी चर्चा हुई। इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को ट्वीट कर बताया था कि बैठक में 14 जनवरी से मणिपुर में शुरू होने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा में गठबंधन दलों की भागीदारी पर भी चर्चा होगी।