नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद भवन का वीडियो बनाने व उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले पर आज (शुक्रवार) संसद के दोनों सदनों में सत्तापक्ष ने जोरदार हंगामा करते हुए आम आदमी पार्टी की सांसद भगवंत मान बर्खास्त करने की मांग की। संसद की दोनों सदनों में सत्तापक्ष की साथ ही विपक्ष ने भी इस घटना को सुरक्षा का गंभीर मामला बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है़। जिसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही को पहले 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने संसद पर आतंकी हमले मे शहीद हुए 13 लोगों को याद करते हुए कहा कि संसद की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। इस मामले में वे कड़ी कार्रवाई करेगी। सूत्रों के मुताबिक लोकसभा स्पीकर ने इस मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं। सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सत्तापक्ष के सांसदों ने मान को बर्खास्त करने की जोरदार मांग करते हुए हंगामा किया। इसके चलते 12 बजे तक के लिए सदन स्थगित कर दिया गया। बाद में महाजन ने मान को अपने कक्ष में तलब कर उनसे 15 मिनट तक अकेले में बात की। सूत्रो के अनुसार महाजन ने मान को इस तरह के आचरण पर जमकर झाड़ लगाई है।इसके बाद 12 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही इस मुद्दे पर फिर हंगामा होने लगा, सदन में मान को बर्खास्त करो के नारे गूंजने लगे, जबरदस्त शोरशराबे के बीच लोकसभा स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया। इस बार भाजपा के साथ सहयोगी दलों के सांसद भी शामिल हो गए थे।
बीजद के भृतहरि महताब ने कहा कि यह आचरण या विशेषाधिकार का मामला भर नहीं है, बल्कि संसद की सुरक्षा का गंभीर मामला है। कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संसद की सुरक्षा का मामला होने से कड़ी कार्रवाई की जाए।उधर राज्यसभा में भी 12 बजे इस मुद्दे फिर हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही को पुनः 12.32 बजे तक स्थगित करना पड़ा। सदन की कार्यवाही पुनः शुरू होने पर सभापति ने प्रश्नकाल के लिए सदन में शांति बनाये रखने का अनुरोध किये, लेकिन सदन में हंगामा जारी रहा। नतीजतन सभापति ने सदन की कार्यवाही को 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इस बार राज्यसभा की कार्यवाही को सत्तापक्ष ने नहीं चलने दिया। शुक्रवार को सत्तापक्ष ने संसद के दोनों ही सदनों में कोई सरकारी कामकाज नहीं होने दिया। सूत्रों के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष इस मामले को सदन की आचरण समिति को भेज सकती हैं। सुरक्षा का मामला होने से इस मामले में मान के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है। ताकि यह पता चल सके कि इसके पीछे कोई और तो नहीं है। वहीं लोकसभा में भगवंत मान के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस दिया गया है। वीडियो जारी करने के बाद भगवंत मान पर संसद की सुरक्षा को जोखिम में डालने के आरोप लग रहे हैं हालांकि भगवंत मान का कहना है कि उन्होंने उन लाखों लोगों को ये बताने की कोशिश की है कि संसद में काम कैसे होता है। इस मामले पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्वीट किया है कि भगवंत मान के वीडियो पर हल्ला मचाने वालों, वीडियो का मक़सद साफ़ है कि 140 सांसद अपने क्षेत्र और देश की जनता की समस्या चाहकर भी नहीं उठा सके। सुरक्षा की कई परतों को पार करके शूट किए गए वीडियो में मान कह रहे हैं, 'कार लोकसभा में पंजीकृत है। इसमें एक सेंसर हैं, जिसमें वाहन का विवरण है। जैसे ही आप गेट के निकट पहुंचते हैं, सेंसर कार की पहचान करती है और कार के नाम और नंबर की घोषणा करती है।' कृत्य को उचित ठहराते हुए मान ने गुरुवार को कहा था कि उनकी मंशा यह दिखाने की थी कि कैसे शून्यकाल के प्रश्न जमा किए जाते हैं और अपने मुद्दों को उठाने की इच्छा रखने वाले सांसद लकी ड्रॉ के जरिए चुने जाते हैं। संसद भवन में जहां मान स्पष्ट कर रहे हैं कि कैसे प्रक्रिया काम करती है, वहीं एक स्टाफ ने उनसे अनुरोध किया कि वह कुछ भी नहीं फिल्माएं। गुरुवार को संवाददाताओं के सवाल के जवाब में मान ने कहा, 'क्या मेरे वीडियो ने संसद को खतरे में डाल दिया है। कैसे यह अवैध है। मैं फिर से वीडियो बनाऊंगा और इसे डालूंगा। नोटिस आने दें।' सांसदों ने मामले की जांच की मांग की। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने मांग की कि मान से उनके कृत्य के लिए सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ करनी चाहिए। लेखी ने कहा, 'अगर ऐसा हुआ है तो वह सिर्फ मूखर्तावश या कुछ गैर जिम्मेदार ताकतों के इशारे पर हुआ है। भगवंत मान से सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ करनी चाहिए।' उन्होंने कहा, 'जो लोग संसद में आते हैं उन्हें संसद में कोई कैमरा या पेन ड्राइव लेकर आने की अनुमति नहीं है। सिर्फ सांसदों और कुछ पुलिस अधिकारियों के पास वह विशेषाधिकार है। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए, खासतौर पर संसद पर आतंकवादी हमले के बाद।' कांग्रेस सांसद पीएल पूनिया ने कहा कि यह कृत्य सुरक्षा का उल्लंघन है। इस कृत्य को अनुचित बताते हुए पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने उम्मीद जताई कि लोकसभा अध्यक्ष इस संबंध में समय पर और उचित कदम उठाएंगे। जद (यू) सांसद केसी त्यागी ने कहा कि 'वह आश्चर्यचकित हैं, क्योंकि वीडियो ने सुरक्षा की कमियों का खुलासा किया है।' त्यागी ने कहा, 'मैं वीडियो से आश्चर्यचकित हूं। लोकसभा अध्यक्ष ने संसद की सुरक्षा पर एक समिति बनाई है और वह अपनी रिपोर्ट सौंपेगी,लेकिन हम कमियों के कारण डरे हुए हैं। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष और प्रधानमंत्री से हमारा अनुरोध है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराएं।' त्यागी ने कहा कि 'इस बात पर चर्चा हो सकती है कि क्या उन्होंने प्रचार पाने के लिए ऐसा किया या वह सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट करना चाहते थे।'