नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को लेकर दिए गए बयान पर बुधवार (8 नवंबर) को माफी तो मांग ली, लेकिन इसको लेकर विवाद थमता नहीं दिख रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए कहा कि इससे भारत की छवि धूमिल हुई है।
वहीं, नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए महिला शिक्षा के महत्व पर टिप्पणी को बुधवार को वापस ले लिया। उन्होंने कहा ‘‘अगर मेरी किसी बात को लेकर तकलीफ हुई है, तो मैं अपनी बात को वापस लेता हूं और मैं अपनी निंदा करता हूं। दुख प्रकट करता हूं। आपने (विपक्षी सदस्यों ने) कहा कि मुख्यमंत्री शर्म करें, मैं न सिर्फ शर्म कर रहा हूं, मैं इसके लिए दुख प्रकट कर रहा हूं। मैं इन सारी चीजों को वापस लेता हूं।’’
पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के गुना में चुनावी रैली में नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि किसी विपक्षी दल ने इसकी आलोचना नहीं की। उन्होंने कहा, ''इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं में से एक, जो गठबंधन का झंडा ऊंचा रख रहे हैं और वर्तमान सरकार (केंद्र में) को हटाने के लिए तरह-तरह के खेल खेल रहे हैं।
मोदी ने कहा, उन्होंने माताओं-बहनों की उपस्थिति में राज्य विधानसभा में ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। उन्हें इसके लिए शर्म तक महसूस नहीं हुई।''
केंंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा, उन्होंने कहा, ''नीतीश कुमार इंडिया एलायंस के संस्कार का परिचय दे रहे हैं। गठबंधन को इसका खंडन करना चाहिए। कांग्रेस को नीतीश कुमार पर जवाब देना चाहिए। महिला को लेकर इस तरह का घटिया बयान दिया गया है।''
उधर, बिहार विधानसभा में बुधवार को बीजेपी ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा, ''नीतीश कुमार मानसिक रोगी हो गए हैं। वह राज्य पर शासन करने के लिए अयोग्य हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।''
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के बयान में कुछ गलत नहीं है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''नीतीश कुमार ने क्या आपत्तिजनक बयान दिया है। हर आदमी जानता है कि बाल-बच्चा शादी करता है तो वंश को बढ़ाने के लिए ना करता है। सीएम ने कहा तो इसमें क्या विवाद है।''
जेडीयू नेता लेसी सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने खेद प्रकट कर दिया तो इसको खींचने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ''नीतीश कुमार ने महिलाओं के सम्मान और विकास के लिए इतना काम किया। सीएम ने खुद इसको लेकर खेद प्रकट कर दिया तो इसको तिल का ताड़ बनाने की क्या जरूरत है।''
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''नीतीश कुमार के मुंह से गलती से निकल गया। अब उन्होंने (नीतीश ने) माफी मांग ली है। ऐसे में सदन चलने देना चाहिए।''
राष्ट्रीय महिला आयोग ने बिहार विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को लेटर लिखकर कहा कि वह सदन के भीतर की गई अपमानजनक टिप्पणी के लिए नीतीश कुमार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि वह जिम्मेदार पदों पर बैठे व्यक्तियों के दिए गए ऐसे अपमानजनक और अश्लील बयानों की कड़ी निंदा और विरोध करती हैं।
पूरे मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की चीफ रेखा शर्मा औऱ प्रियंका चुर्तेवदी के बीच सोशल मीडिया एक्स पर जुबानी जंग छिड़ गई। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कुमार से तत्काल और स्पष्ट माफी की मांग की। शर्मा ने ‘एक्स’ पर शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी को टैग किया और उनसे कुमार की टिप्पणियों की निंदा करने और माफी की मांग करने का आग्रह किया। इसको लेकर ही प्रियंका चुतर्वेदी ने पलटवार किया।
प्रियंका चुतर्वेदी ने कहा, ‘‘मेरी प्रिय पक्षपाती, राजनीति से प्रेरित मैडम, मैं महिलाओं के लिए इस्तेमाल की जाने वाली किसी भी भाषा की स्पष्ट रूप से निंदा करती हूं, चाहे मेरी राजनीति कुछ भी हो, भले ही वह किसी सहयोगी की ओर से की गई हो। मुझे यह भी यकीन है कि मुख्यमंत्री अपने शब्दों के इस्तेमाल पर दोबारा गौर करेंगे और माफी मांगेंगे।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘जहां तक मुझे याद है, जब भी हमने आपसे महिलाओं के लिए खड़े होने की उम्मीद की, आपने चुनिंदा ढंग से चुप्पी और चुनिंदा कार्रवाई को चुना।'' इस पर रेखा शर्मा ने कहा कि प्रिय प्रियंका जी, क्या आपको याद है कि आपने उस नेता के ख़िलाफ़ कुछ भी करने में अपनी असमर्थता कैसे दिखाई थी, जो कभी आपकी पार्टी में था, जब मैंने आपको उसके कृत्यों के सारे सबूत दिखाए थे? आप कितनी निष्पक्ष थीं... याद है?’’