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नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली गैस चैंबर बनी हुई है। ऐसे में दिल्लीवासियों की सांसों पर संकट बरकरार है। दिवाली से पहले राहत मिलती हुई भी नहीं दिख रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानि सीपीसीबी के अनुसार, मंगलवार को भी दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। सुबह के वक्त कई इलाकों में धुंध की चादर छाई हुई है। ऐसे में लोगों को मौसम के मेहरबान होने का इंतजार करना होगा। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सरकार जमीन पर योजनाएं उतार रही है। ऑड-ईवन को लागू किया जा रहा है। अभी भी दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में वायु प्रदूषण सूचकांक 400 से 500 के बीच बना हुआ है। कई हिस्सों में पीएम2.5 खतरनाक स्तर 500 से भी ऊपर चला गया है। मौसम निगरानी एजेंसियों ने इसे 'गंभीर' माना है।

बीते दिन भी दिल्ली सर्वाधिक प्रदूषित रही। सोमवार को यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 421 दर्ज किया गया। हालांकि, रविवार के मुकाबले 33 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। जहांगीरपुरी और वजीरपुर समेत 24 इलाकों में हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। सुबह से ही स्मॉग की चादर छाई रही।

ऐसे में यही स्थिति बृहस्पतिवार तक बने रहने का अनुमान है। एनसीआर में दिल्ली के बाद ग्रेटर नोएडा की हवा अधिक प्रदूषित रही। दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का चौथा चरण लागू है।

दिल्ली का ये इलाका सबसे ज्यादा प्रदूषित

दिल्ली में सोमवार को 24 इलाकों में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। जबकि रविवार के मुकाबले चार इलाकों में गिरावट दर्ज की गई। पांच इलाकों में हवा बेहद खराब रही। इसमें जहांगीरपुरी में 458, वजीरपुर में 455, पटपड़गंज में 453, पंजाबी बाग में 450, आरके पुरम में 447, रोहिणी में 445 एक्यूआई दर्ज किया गया। मुंडका में 439, आनंद विहार में 433 समेत कई इलाकों में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। डीटीयू में 398 व जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 362 समेत छह इलाकों में एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहा।

दिल्ली वालों को बारिश का इंतजार

दिल्ली में प्रदूषण से राहत के लिए मौसम का इंतजार शहर के लोगों को करना पड़ेगा। मौजूदा मौसमी दशाएं प्रदूषण को बढ़ा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा मौसम में प्रदूषण तत्व छट नहीं पा रहे हैं, ऐसे में यदि मौसम करवट ले तो एक पल में प्रदूषण खत्म हो सकता है। स्थिति सुधरने के लिए मौसम के अनुकूल होने का इंतजार करना होगा। इस बीच आपात स्थिति से निपटने के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे।

दिल्ली में ऑड ईवन निमय

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से लोगों का बुरा हाल है। इसी बीच सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सचिवायल में उच्च स्तरीय बैठक की थी। इस बैठक में मंत्री गोपाल राय भी मौजूद रहे थे। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में ऑड ईवन लागू होगा। 13 से 20 नवंबर के बीच इसे लागू किया जाएगा। ऑड-ईवन यातायात नियम एक ऐसी प्रणाली है, जिसके तहत ऑड नंबर पर खत्म होने वाले पंजीकरण संख्या वाले वाहनों को सप्ताह के ऑड दिनों पर चलने की अनुमति होती है। ईवन नंबर पर समाप्त होने वाली पंजीकरण संख्या वाले वाहनों को सप्ताह के अन्य वैकल्पिक दिनों में सड़कों पर चलने की अनुमति है। पूर्व में रविवार को सभी वाहनों की आवाजाही के लिए खुला रखा गया है।

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