नई दिल्ली (आशु सक्सेना): लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक्टिव मोड में आ गई है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मोर्चा संभाल लिया है। पीएम मोदी इसके लिए एनडीए के सांसदों से मुलाकात कर रहे हैं। पीएम मोदी ने सोमवार को एनडीए सांसदों से मुलाकात के बाद उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 में जीत का मंत्र दिया। पीएम ने सांसदों से कहा, "राम मंदिर के अलावा और भी बहुत काम हैं। उन्हें लेकर जनता के बीच जाइए। जो रूठे हैं, नाराज हैं। उन्हें मनाइए।"
पीएम मोदी ने सोमवार को महाराष्ट्र सदन में पश्चिम उत्तर प्रदेश, ब्रज, कानपुर-बु्ंदेलखंड के सांसदों से मुलाकात की। उन्होंने सांसदों से कहा वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्थानीय मुद्दों पर बात करें। पीएम ने कहा, 'आपको एनडीए के लिए स्वार्थ से ऊपर उठकर त्याग पर जोर देना चाहिए। चुनाव के समय जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा समय बिताइए। शादी-त्योहार का सीजन है, लोगों के कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा जाएं।" मोदी ने एनडीए सांसदों से गठबंधन धर्म का जिक्र भी किया।
उन्होंने कहा, "एनडीए स्वार्थ नहीं, त्याग की भावना से बना है। बिहार में जेडीयू से ज्यादा विधायक होते हुए भी नीतीश कुमार को सीएम बनाया गया। पंजाब में अकाली दल के साथ सरकार में अच्छी संख्या में विधायक होते हुए भी एनडीए ने उपमुख्यमंत्री का पद नही मांगा।
कुल 338 सांसदों से करेंगे मुलाकात
बता दें कि पीएम से मुलाकात के लिए एनडीए के 338 सांसदों को क्षेत्र के हिसाब से 10 ग्रुप में बांटा गया है। पीएम मोदी हर दिन कुछ सांसदों से मुलाकात करेंगे और उनके क्षेत्र का फीडबैक लेंगे।
पीएम ने यूपीए पर भी साधा निशाना
पीएम मोदी ने इस दौरान विपक्षी गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "विपक्ष का चोला बदल गया है, लेकिन चरित्र वही है। चोला बदलने से चरित्र नहीं बदलता। इसलिए यूपीए तो यूपीए ही रहेगा।" पीएम मोदी ने कहा, "यूपीए के पास 10 साल का बताने को कुछ भी नहीं है। यूपीए के चरित्र पर कई दाग थे, इसीलिए उन्हें अपना नाम बदलना पड़ा।"
इस मौके पर बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सांसदों को एनडीए का इतिहास बताया। नड्डा ने सरकार के कामकाज को लेकर एक प्रजेंटेशन भी दिया।