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नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने आज (गुरूवार) कहा कि इस साल ‘कम’ मॉनसून की कोई संभावना नहीं है और 96 फीसदी इस बात की गुंजाइश है कि सामान्य या अधिक बारिश होगी। यह खबर किसानों के लिए खुशखबरी लाएगी। पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर समूचे देश में इस साल अच्छी बारिश होने का अनुमान है। पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। जुलाई और अगस्त में दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 107 और 104 फीसदी बारिश होने की उम्मीद है। दूसरा दीर्घावधि का अनुमान जारी करते हुए मौसम विभाग के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौर ने कहा कि एजेंसी के शुरूआती अनुमान से काफी अधिक अंतर नहीं है और मॉनसून के मौसम (जून से सितंबर) में दीर्घावधिक औसत का 106 फीसदी वर्षा होगी, जो सामान्य से अधिक है। राठौर ने कहा, ‘‘देश में कम बारिश होने की शून्य गुंजाइश है जबकि सामान्य या अधिक बारिश की संभावना 96 फीसदी है।’’ केरल में बारिश को मॉनसून पूर्व बारिश बताते हुए राठौर ने कहा कि दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के राज्य में अगले चार-पांच दिनों में आने की संभावना है। राठौर ने कहा कि केरल में एक बार मॉनसून सक्रिय हो जाने के बाद इसकी प्रगति तेज होगी, खासतौर पर पूर्वी और मध्य भारत में। देश के कई हिस्से भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। इस मानसून के मौसम में पश्चिमोत्तर भारत में एलपीए का 108 फीसदी बारिश होगी।

पश्चिमोत्तर भारत के इन राज्यों में खाद्यान्न उत्पादक महत्वपूर्ण राज्य पंजाब और हरियाणा भी शामिल हैं, जहां पिछले दो साल में कम बारिश हुई है।

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