ताज़ा खबरें
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

नई दिल्ली:अपनी सरकार की दूसरी वषर्गांठ मनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि सुशासन के माध्यम से पिछले दो सालों में बदलाव आया है। उन्होंने भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेकने तथा सालों-साल से लूट का शिकार बने लोगों के लिए जीवन को आसान बनाने की प्रतिबद्धता जतायी। इंडिया गेट पर 'एक नई सुबह' नाम से आयोजित पांच घंटे के मेगा शो के समापन भाषण में पीएम मोदी ने विपक्षी दल पर अवरोध खड़ा करने के एजेंडे पर चलने का आरोप लगाया और कहा कि लोग इसे देख सकते हैं और सच ढूंढ सकते हैं। कोल ब्लॉक आवंटन समेत संप्रग सरकार के दौरान के घोटालों और स्कैंडलों को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार की बुराई पर अंकुश लगाना इस सरकार का मुख्य ध्येय रहा है और लोग पिछले शासन से तुलना कर इसे देख सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘जब तक हम पिछली सरकार के दिनों के दौरान किए गए कामकाज को याद नहीं करेंगे, हम इस बात अहसास नहीं कर पायेंगे कि कौन सा बड़ा कार्य हुआ है। मैं देश के लोगों के सामने संतोष के भाव के साथ खड़ा हूं। हम अपने कामकाज की बारीक मूल्यांकन होने के बावजूद लोगों का विश्वास और उत्साह हासिल करने में समर्थ रहे हैं। लोगों का विश्वास दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। इससे हमारा भी विश्वास बढ़ता है।’ मोदी ने कहा, ‘मैं उन लोगों के बारे में ऐसा नहीं कह सकता जिनके लिए हमारा विरोध करना राजनीतिक कारणों से जरूरी है। यह तो स्वभाविक है। लेकिन मैं एक बात कहना चाहता हूं। एकतरफ विकासवाद है तो दूसरी तरफ विरोधवाद है।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने दुर्भावना से कोई फैसला नहीं किया। छह घंटे तक चले इस कार्यक्रम में ज्यादातर मंत्री हाजिर हुए। मोदी ने कहा, ‘मैं आपको यह आश्वस्त करने के लिए यहां हूं कि लोगों ने हमपर जो विश्वास व्यक्त किया, हम उस पर खरा उतरने के लिए हर चीज कर रहे हैं। और देश ने देखा है कि कोई भी फैसला दुर्भावना से नहीं किया गया, कठोर परिश्रम में कोई कोताही नहीं की गयी और हमने लोगों और राष्ट्र के हित को सर्वोपरि रखते हुए अपने आप को उनकी भलाई में समर्पित कर दिया।’ उन्होंने कहा, ‘यह सच है कि जिन्होंने पैसे बनाए हैं, वे मुश्किलों का सामना करेंगे और वे परेशानी महसूस करेंगे। किसने पैसे बनाए, कब बनाए, यह मेरा विषय नहीं है यह गरीबों का पैसा है और उसे दूसरों के पास नहीं जाने दिया जाएगा।’ आंकड़े देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों में पैसे को गलत हाथों में जाने से रोककर सलाना करीब 36,000 करोड़ रूपए बचाए गए और भ्रष्टाचार से जिन लोगों को फायदा हो रहा था, उन्हें ही परेशानी हो रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि मैं इतना अधिक काम करता हूं, फिर भी इतना विरोध का सामना करता हूं और गालियां सुनता हूं। वे मुझे मीडिया से अधिक संवाद करने और संचार रणनीति सुधारने की सलाह देते हैं। मैं उन्हें कैसे समझाऊं कि जो लोग 36,000 करोड़ रूपए के लाभार्थी थे, जब मैंने सरकारी धन के इस लूट को रोक दिया तो वे मुझे गालियां देंगे ही न।’ उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा बदलाव लोगों में विश्वास जगाना और उनकी आकांक्षा पूरी करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम करना रहा है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख