नई दिल्ली: कांग्रेस ने मोदी सरकार पर रोजगार,औद्योगिक, कृषि एवं आर्थिक विकास समेत सभी मोर्चों पर असफल रहने का आरोप लगाया है। पार्टी ने शनिवार को कहा कि दो साल के दौरान जन सामान्य ही नहीं, बल्कि एनडीए के सहयोगी दल भी सरकार से खुश नहीं हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यलय में सरकार की नाकामियां बताने के लिए प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। उन्होंने कहा, वित्तीय घाटे, कोयला एवं उर्वरक उत्पादन में सुधार के सरकार के प्रयास सकारात्मक हैं। लेकिन अन्य सभी मोर्चों पर वह असफल साबित हुई है। औद्योगिक, कृषि, रोजगार, वार्षिक विकास दर आदि के स्तर पर दो साल के दौरान नकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। चिदंबरम ने कहा, सरकार ने रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन इस मोर्चे पर वह पूरी तरह विफल रही है। पढ़ाई पूरी करने के बाद लाखों युवा नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं। कृषि क्षेत्र में भी सरकार का रिकाॠर्ड निराशाजनक है। वर्ष 2013-14 के दौरान कृषि विकास दर नकारात्मक थी और अब उसमें मामूली सुधार हुआ है। सरकार सूखे से निपटने में असफल रही। ग्रामीण क्षेत्रों में किसान बेहाल है। उनके समक्ष जीवन का संकट खड़ा हो गया है। पूर्व वित्तमंत्री ने कहा, कंपनियों की सालाना बिक्री दर नकारात्मक दर्ज की गई है। इसकी वजह से कर्ज मांग दो दशक के निचले स्तर पर है। निर्यात में गिरावट आई है। औद्योगिक विकास दर 2015-16 के दौरान महज 2.4 प्रतिशत रही है। कांग्रेस ने सरकार के महत्वकांक्षी 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम पर कड़ा प्रहार करते हुए इसे गतिहीन करार दिया।
चिदंबरम ने कहा, एक अध्ययन से पता चला है कि देश में सेवा क्षेत्र में विदेशी निवेश बढ़ा है, लेकिन विनिर्माण क्षेत्र में कोई प्रगति नहीं हुई है। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में 1,137 परियोजनाएं पिछले दो साल से लंबित पड़ी हैं। ग्रीनफील्ड विनिर्माण क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा देने के कोई परिणाम नजर नहीं आ रहे हैं। कांग्रेस रे कहा कि कृषि और औद्योगिक क्षेत्र में निराशा का माहौल है। ऐसें में सरकार जश्न किस बात की मना रही है। सरकार की उपलब्धियों से उसकी सहयोगी शिवसेना भी खुश नहीं है। इसलिए वह भी सरकार के जश्न में शामिल नहीं हो रही है। कांग्रेस आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन के समर्थन में आ गई है। पार्टी ने उन्हें दुनिया के सबसे बेहतर अर्थशास्त्रियों में से एक बताते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा। पार्टी ने कहा कि देखने की बात तो यह है कि क्या सरकार राजन के लायक है। हालांकि,भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा राजन पर किए जा रहे हमले पर टिप्पणी करने से कांग्रेस बचती नजर आई। पार्टी नेता पी चिदंबरम ने कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर तभी कुछ कहेगी, जब प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री कुछ बोलेंगे। उन्होंने कहा, यूपीए सरकार ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों में से एक को आरबीआई का गवर्नर बनाया। हमने उस समय उनमें पूरा भरोसा दिखाया और आज भी हमें उन पर भरोसा है।