नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने 3600 करोड़ रूपये के अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकाप्टर सौदे में धनशोधन मामले की अपनी जांच के सिलसिले में ब्रिटिश नागरिक और कथित बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल के भारतीय जानकारों को समन भेजा है। अधिकारियों ने बताया कि मिशेल के साथ ओवरसीज कंपनी बनाने में शामिल कुछ लोगों को एजेंसी ने इस सप्ताह धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत अपने बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है। सूत्रों ने बताया कि एजेंसी यह समझना चाहती है कि मिशेल के साथ किन लोगों ने आफशोर कंपनी बनायी, क्योंकि यह कंपनी लगभग उसी समय बनायी गयी थी जब 12 हेलिकाप्टरों के लिए सौदे को अंतिम रूप दिया जा रहा था और सौदा अंतिम चरण में था। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया ब्रिटेन में रहने वाले किसी व्यक्ति के खिलाफ कुछ गलत काम करने के आरोप नहीं हैं लेकिन उसके लिए मिशेल के साथ उनकी भूमिका का पता लगाना महत्वपूर्ण है। मिशेल के खिलाफ इंटरपोल का गिरफ्तारी वारंट लंबित है।
वह उन तीन कथित बिचौलियों में से एक हैं जिनके खिलाफ मामले की जांच ईडी और सीबीआई दोनों द्वारा की जा रही है।