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नई दिल्ली: सांसदों और जजों समेत अति महत्वपूर्ण जन (वीआईपी) को हवाई अड्डों पर जामा तलाशी से मिली छूट के प्रावधान का विरोध करते हुए लोकसभा में सोमवार को बीजेडी के तथागत सत्पथि और इनेलो के दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सभी वीआईपी लोगों की जांच आम लोगों की तरह ही होनी चाहिए क्योंकि यह सुरक्षा का अतिसंवेदनशील मामला है। विमान अपहरण रोधी विधेयक 2016 पर लोकसभा में हुई चर्चा में हिस्सा लेते हुए सत्पथि ने कहा कि हवाईअड्डों पर वीआईपी लोगों के साथ कोई अलग रवैया नहीं अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने हवाई यात्रा की सुरक्षा को अति संवेदनशील विषय बताते हुए कहा कि सभी को एक ही सुरक्षा पंक्ति से गुजरने का प्रावधान होना चाहिए। इनेलो के दुष्यंत सिंह चौटाला ने कहा कि प्रोटोकाल के तहत सांसदों और जजों को हवाई अड्डों पर जांच से छूट मिली है। उन्होंने उद्योगपति राबर्ट वाड्रा का नाम लिए बिना कहा कि पहले दामाद जी को भी ऐसी ही छूट हासिल थी। दुष्यंत ने कहा कि क्या सांसद और जज भारत के नागरिक नहीं हैं? उनकी भी हवाई अड्डों पर जामा तलाशी होनी चाहिए जैसे बाकी यात्रियों की होती है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।

साथ ही उन्होंने विमानन क्षेत्र का निजीकरण नहीं किए जाने की भी मांग की।

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