नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर नेशनल मेमोरियल का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने डॉ. अंबडेकर मेमोरियल लेक्चर के दौरान बाबा साहेब को याद कर कहा कि वह मानवीय मूल्यों के रखवाले थे। उन्होंने समाज के एकीकरण का काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को सीमित करना गलत है। उन्हें भारत की सीमाओं में बांधना गलत है। वह किसी एक वर्ग तक सीमित नहीं थे इसलिए उन्हें दलितों का मसीहा कहकर सीमित नहीं किया जाना चाहिए। बाबा साहेब ने अमानवीय घटना के खिलाफ आवाज उठाई । वह हर पीड़ित की आवाज थे और मानवीय मूल्यों के रखवाले थे। हमें बाबा साहेब के सपनों को आगे बढ़ाना है। उन्होंने लोगों से अपील की कि उनके सपनों को पूरा करने में ढिलाई नहीं बरतें। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें अंबेडकर मेमोरियल के लिए साठ साल इंतजार करना पड़ा।
हो सकता है कि ये मेरे ही भाग्य में लिखा होगा। उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी ने इस मेमोरियल के लिए पहल की, लेकिन उनके बाद जिनकी सरकार आई, उनके दिल में अंबेडकर नहीं रहे। मुझे उम्मीद है कि अप्रैल 2018 तक स्मारक का काम पूरा हो जाएगा। अंबेडकर का स्मारक हमारे लिए प्रेरणा स्थल है। उन्होंने कहा, 'मैं 14 अप्रैल 2018 को इस स्मारक का उद्घाटन करने आऊंगा।'